इंदौर। भगवान को देखा तो हमने भी नहीं है और आपने भी नहीं देखा होगा, लेकिन ये बात सच है कि किसी जरूरतमंद को मदद पहुंचाने वाले हाथ भगवान के ही होते हैं, भूखे को खाना और प्यासे को पानी पिलाने वाला शख्स उस भूखे-प्यासे इंसान के लिए भगवान के समान ही होता है। ऐसे ही जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा के रूप इंदौर शहर के दो युवा रोहित सिरतुरे और किशोर पटेल सामने आए हैं। कोरोना काल में सेवा करते हुए रोहित सिरतुरे, किशोर पटेल मित्र मंडल को एक महीना पूरा हो चुका है। इनकी सेवा कार्य की एक झलक को देखते हुए आप भी ईश्वर को महसूस कर सकते हैं, असल में ईश्वर, भगवान ऐसे ही कामों से तो मिलता है।
इंदौर शहर में समाजसेवा के क्षेत्र में नंबर वन काम करने वाली टीम का नाम है रोहित सिरतुरे, किशोर पटेल मित्र मंडल। इस टीम के लोगों की बात करें तो उनमें रोहित सिरतूरे, किशोर पटेल के साथ राजेश पाण्डे, पप्पू शर्मा जी, राजेश जोशी जी, सावंत पटेल जी, आशीष पटवारी, दीपक चोधरी, सारंग पराशर, विक्रम सिंह राठोर, सज्जन कुशवाह, संतोषसिंह राठोर, अजय सिंह पंवार, बुर्खिलाल चोधरी, तुषार चोहान, सोरभ सिंह, दिनेश चोधरी, प्रकाश जी कारीगर, शिब्बू चोधरी, रोनक शाह, प्रमोद, चोधरी, शानू प्रखिल शुक्ला, साहिल चेरी राजभर, दीपक चोहान, नीरज दयाल, अखिल अक्की सिरतूरे सहित अनेक युवाओं का सहयोग रहता है। इन लोगों को सेवा करते हुए एक महीना हो चुका है।
चैबीसों घंटे इन युवाओं ने मोर्चा संभाला। ब्लड, आॅक्सीजन, बेड, इंजेक्शन से लेकर कोरोना पीड़ितों के परिजनों के लिए खाने, पीने, रहने तक का इंतजाम किया। रोहित सिरतुरे ने तो कई शवों का मुक्तिधाम पहुंचकर अंतिम संस्कार तक कर दिया, जिनके परिजन इंदौर में नहीं थे या जो लावारिस थे। इनकी सेवा अनुकरणीय है। महीनाभर इन्हें सेवा करते हुए बीत चुका है। समाजसेवा की ऐसी मिसाल सिरतुरे परिवार ने पेश की है, जिसने इंदौर का नाम पूरे देश में उंचा किया है। देखिए इस तरह से भोजन बनता है और पैक होता है। सिरतुरे परिवार की महिलाएं घर पर खुद के हाथों से हजारों रोटियां सैकड़ों लोगों के लिए बनाती है, फिर भी चेहरे पर सिकन तक नहीं आती। उसके बाद कई युवा मिलकर खाना पैक करते हैं और फिर उसे बांटा जाता है। रोहित सिरतुरे, किशोर पटेल ने समाजसेवा की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने एक नई इबारत लिखी है।
आपको बता दें कि किशोर पटेल ऐसे सेवाभावी इंसान हैं, जो हमेशा गरीबों की मदद करने में सबसे आगे रहते हैं। गरीब बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा में मदद करते हैं, लेकिन दिखावा जरा नहीं करते। भाजपा के दबंग नेता कहलाने वाले किशोर पटेल जैसे लोगों की वजह से ही जनता में भाजपा मजबूत होती है। किशोर पटेल कोरोना काल में भी परदे के पीछे रहते हुए रोहित सिरतुरे के माध्यम से विशेष सहयोग दे रहे हैं।
वहीं इस सेवाभावी ग्रुप से रौनक सोशल सर्विस सोसायटी के रौनक शाह भी जुड़े हैं, उन्होंने बताया कि किस तरह से रोहित सिरतुरे, किशोर पटेल और उनकी टीम मिलकर काम करती है। आपको बता दें कि सिरतुरे की मम्मी रेखा सिरतुरे रोटी बनाती है, चाची किरण सिरतुरे, काकी मंगला सिरतुरे सब्जी बनाती हैं, पापा राजू सिरतुरे, काका संजय सिरतुरे, दीपक सिरतुरे भोजन व्यवस्था में जुटे रहते हैं। इस तरह काम करते हुए पूरा एक महीना बीत चुका है। ऐसी ही सेवा सिरतुरे परिवार ने पिछले लाॅकडाउन में भी की थी। किशोर पटेल और रोहित सिरतुरे मित्र मंडल का ये सेवा कार्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। रोहित सिरतुरे ने तो अपने जीवन में देश सेवा, मानवसेवा के लिए ही काम किया है। ऐसे युवाओं की ही देश को जरूरत है।