इंदौर। मध्यप्रदेश पुलिस को अपने ऐसे पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर निश्चित ही गर्व होगा , जो लगातार 28 दिन तक डयूटी करने के उपरांत कोरोना संक्रमित तब्लीकी समाज के लोगों की धरपकड में स्वयं संक्रमित हो गये, लेकिन फिर भी देशभक्ति सेवा और कर्तव्य परायणता का उनका जज्बा कम नहीं हो रहा।
हम बात कर रहे हैं इंदौर के खजराना थाना प्रभारी संतोष यादव की, जो इन दिनों चोईथराम अस्पताल में क्वारेंन्टाइन में हैं। उनका उपचार चल रहा है , लेकिन उन्होंने आज इंदौर और प्रदेश भर के पुलिस कर्मियों को संदेश दिया है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर अपनी डयूटी पर लौटेंगे, और कोविड-19 के प्रति अपनी लडाई जारी रखेंगे। ज्ञातव्य है कि भिंड जिले के निवासी संतोष यादव इन दिनों इंदौर के थाना खजराना में पदस्थ हैं। वह कोविड-19 के तहत संक्रमित लोगों की खोज और आम जन के बचाव के लिये पिछले 28 दिनों से अपने घर ही नहीं पहुंचे हैं। जबकि उनकी 8 वर्ष की बेटी अनन्या और 8 माह का बेटा संकल्प है। उनकी बेटी और बेटा जब कभी उनको याद करते हैं तो पत्नी कल्पना यादव वीडियो कॉल से उनकी बात करा देती हैं। कोरोना संक्रमित लोगों की धर पकड व उनके उपचार में थाना प्रभारी संतोष यादव स्वयं कोरोना संक्रमित हो गये हैं। चार दिन पहले उन्हें जांच में पता चला तो वह स्वयं चिकित्सालय में भर्ती हो गये। पत्नी व बच्चों को इसलिये नहीं बताया कि वह घबरा जायेंगे। उनकी खबर लगते ही इंदौर जिला प्रशासन हरकत में आया और तत्काल उनके उपचार की उचित व्यवस्था की। विशेष बात यह है कि संतोष यादव कोरोना संक्रमण के बाद भी पुलिस कर्मियों में सेवा और
कर्तव्यपरायणता का संदेश हास्पीटल से दे रहे हैं। पूरे इंदौर में कोरोना के खिलाफ वह एक रोल मॉडल के रूप में उभरे हैं। आज उन्होने रेडियो वायरलैस सेट से प्रदेश भर के पुलिस कर्मियों को अपना संदेश दिया है। अपनी डयूटी के प्रति इतनी अधिक जिम्मेदारी निभाने वाले थाना प्रभारी संतोष यादव अपनी बेटी के जन्म दिवस पर भी घर नहीं पहुंचे, वीडियो कॉल पर उनकी बेटी अनन्या ने शुभकामनायें ली। इसके बाद बेटी ने भी अपने पापा को संदेश दिया कि आप कोरोना पर विजय प्राप्त करके ही आना । ज्ञातव्य है कि संतोष यादव इंदौर से पूर्व ग्वालियर के पडाव, ग्वालियर , भितरवार के भी थाना प्रभारी रह चुके हैं। उनकी गिनती उनकी कार्यशैली के कारण प्रदेश भर के चुनिंदा थाना प्रभारियों में होती है।