जयपुर। राजस्थान सरकार की अशोक गहलोत सरकार की ओर से अचानक राज्य की सीमाएं सील करने के आदेश के बाद सैकड़ों राहगीर रास्ते में ही फंस गए हैं। राजस्थान से लगने वालीपंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात की अंतरराज्यीय सीमाएं सील करने से बॉर्डर के दोनों और वाहनों की कतारें लग गई। राजस्थान पुलिस महानिदेशक के एक आदेश के बाद बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग करते हुए आपात सेवाओं को छोड़ सभी की एंट्री पर रोक लगा दी। वाहनों के प्रवेश पर रोक के बाद कई जगह लोग पुलिस से बॉर्डर पार जाने और आने की गुहार लगाते नजर आए तो कुछ प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा भी निकालते दिखे।

राजस्थान पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह की ओर से बुधवार सुबह जयपुर जोधपुर आयुक्त, सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और रेंज महानिरीक्षकों को अन्तरराज्यीय सीमा सील करने का आदेश जारी किया गया था। इसमें कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के कारण सररकार के निर्णय का हवाला देते हुए अन्य राज्यों से आवागमन को नियंत्रित करने की बात कही गई।


बॉर्डर पर तत्काल प्रभाव से पुलिस चैक पाेस्ट बनाए गए हैं। यहां अब उन्हीं को प्रवेश दिया जाएगा जिनकों अधिकारिक पास जारी किया होगा। बिना पास एंट्री नहीं दी जाएगी। राज्य में प्रवेश के लिए दूसरी तरफ की राज्य सरकार से भी अनापत्ति प्रमाण पत्र देना होगा। राज्य के बाहर जाने के लिए भी सक्षम अधिकारी की ओर से पास जारी किया होना जरूरी कर दिया गया है।


सरकारी आदेशानुसार अब राजस्थान में पास या अनुमति पत्र जारी करने की शक्तियां जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक के पास होंगी। अन्य राज्यों में जाने के लिए पास केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही जारी होंगे। अथवा किसी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना हो या किसी करीबी रिश्तेदार की मौत पर ही पास जारी किए जाएंगे।


राजस्थान पुलिस की चैक पोस्ट अब बॉर्डर के साथ-साथ बस अड्‌डों, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी बनाई गई हैं। इनमें हर आने और जाने वाले की चैकिंग की व्यवस्था की गई है। पुलिस राहगीरों को उनके पास के आधार पर ही यात्रा करने देगी। यह नियम अगले 7 दिन के लिए लागू किए गए हैं।

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