नई दिल्ली. देश में कोरोना का कहर जारी है. भारत स्पेन को पीछे छोड़कर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित दुनिया का पांचवां देश बन गया है. देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 9971 नए मरीज मिले हैं जबकि 287 लोगों की मौत हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह तक जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में फिलहाल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24,6,628 हो चुकी है. इनमें 120,406 एक्टिव केस हैं जबकि 11,9,293 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन के बाद कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत अब पांचवें स्थान पर आ गया है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में 1,920,061 कोरोना मरीज, ब्राजील में 672,846 मरीज, रूस में 458,102 मरीज, ब्रिटेन में 286,294 मरीज हो गए हैं. जबकि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 46 हजार को पार कर चुकी है.
बहरहाल, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर चिंता जताई है. डॉक्टर गुलेरिया का दावा है कि कोरोना वायरस का पीक पर आना अभी बाकी है. अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं.
कम्युनिटी ट्रांसफर पर एम्स के डायरेक्टर ने कहा कि दिल्ली-मुंबई हॉटस्पॉट हैं, वहां हम कह सकते हैं कि लोकल ट्रांसमिशन हो रहा है. पूरे देश में ऐसी स्थिति नजर नहीं आ रही है. 10 से 12 ऐसे शहर हैं, जहां पर लोकल ट्रांसमिशन के चांसेज हैं.70 से 80 केस एम्स में ऐसे ही आ रहे हैं.
कोरोना वायरस से चलते देशव्यापी लॉकडाउन अब धीरे-धीरे अनलॉक की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से कहीं न कहीं फायदा हुआ है. केस एकदम से कम होने लगे. गरीबों की मदद के लिए लॉकडाउन खोलना अनिवार्य हो गया था.
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि लॉकडाउन खुल रहा है तो हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. ऐसे में लोगों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना जरूरी होगा.