श्योपुर। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा है कि कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में देश में तुलनात्मक रूप से मध्यप्रदेश 16वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 8716 है। प्रारंभ में मध्यप्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही थी परन्तु पिछले कुछ दिनों में पूरे देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी एक्टिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। अब नए पॉजीटिव मरीजों की तुलना में ठीक होकर घर जा रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है तथा प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आना प्रारंभ हो गया है, जो कि अच्छे संकेत हैं। आज प्रदेश में 838 कोरोना के मरीज स्वस्थ होकर घर गए तथा 830 नए मरीज पाए गए। हमारी रिकवरी रेट 73.6 प्रतिशत हो गई है.
वी.सी. में मुख्यमंत्री श्री चैहान ने खरगौन जिले की वृद्ध महिला श्रीमती रूकमणी देवी पति खुशाल चैहान के हौसले को सलाम किया तथा कहा कि जब कैंसर से पीड़ित होने के बाद भी वे कोरोना को परास्त कर सकती हैं, तो हम क्यों नहीं कर सकते। आवश्यकता है समय पर इलाज करवाने एवं हिम्मत रखने की। जिले के बड़वाह की सुराणा नगर वासी रूकमणी देवी 21 जुलाई को कोरोना पॉजीटिव आई थीं। वे श्ओव्हरी कैंसरश् से भी पीड़ित थीं। रूकमणी देवी का ष्होम आइसोलेशनष् किया गया तथा डॉक्टर्स की निगरानी में इलाज हुआ। इस दौरान रूकमणी देवी ने योग, प्राणायाम भी निरंतर जारी रखा। सही इलाज, नियमित दिनचर्या तथा आत्मबल से रूकमणी देवी ने कोरोना को हरा दिया। वे हम सबके लिए प्रेरणा हैं।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने निर्देश दिए कि बिना लक्षण वाले मरीजों के होम आइसोलेशन तथा संदिग्ध मरीजों को होम क्वारेंटाइन किए जाने के लिए विस्तृत गाइड लाइन स्वास्थ्य विभाग जारी करे, जिससे ऐसे व्यक्ति जिनके घर पर पर्याप्त स्थान है तथा जो स्वेच्छा से होम आइसोलेशन या होम क्वारेंटाइन होना चाहते हैं, उनकी मदद की जा सके।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि अब लॉकडाउन केवल सप्ताह में एक दिन रविवार को रहेगा तथा रात्रि कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 05 बजे तक रहेगा। जिलों की विशेष परिस्थितियां होने पर राज्य स्तर से अनुमति लेकर ही लॉकडाउन के संबंध में कोई अन्य कार्रवाई की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि कोरोना लाइलाज बीमारी नहीं है तथा सभी ठीक हो जाते हैं, यदि मरीज को समय से अस्पताल लाया जाए। विलंब से अस्पताल लाने पर यह घातक हो सकता है। इसके लिए टैस्टिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, जिससे समय से बीमारी का पता चल सके। अभी प्रति 10 लाख हमारी टैस्टिंग 10294 है।