ग्वालियर। भिण्ड शहर के भीमनगर में रहने वाली एक महिला सुनीता तोमर 35 वर्ष की आज सुवह ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय में कैंसर से मौत हो गई। दो साल तक कैंसर की बीमारी से लडाई लडने वाली महिला आखिरकार आज मौत से हार ही गई।
भिण्ड के अटेर थाना क्षेत्र के ग्राम रमटा निवासी वृजेश सिंह तोमर की शादी वर्ष 1998 में सुनीता के साथ हुई थी। शादी के बाद वृजेन्द्र तोमर भिण्ड आकर भीमनगर में रहने लगा। वृजेन्द्र वाहन चालक था यहां लोगों के यहां नौकरी कर वाहन चलाता था। भिण्ड में रहकर वृजेन्द्र सिंह तोमर की पत्नी श्रीमती सुनीता तोमर तम्बाकू का सेवन करने लगी पत्नी को देखकर उसका पति भी तम्बाकू की पाउच खाने लगा।
मृतिका सुनीता के पति ने बताया कि पत्नी तम्बाकू का सेवन करती थी उसको देखकर वह भी तम्बाकू का सेवन करने लगा। तम्बाकू के सेवन से उसकी पत्नी के मुॅंह में दर्द होने लगा तो उसका जनरली इलाज भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में कराया। जब उसके मुॅंह में काफी छाले पड गए तो उसका इलाज कराने 17 जुलाई 2013 को ले गए जहां डाक्टरों ने चैकप किया तब पता चला कि उसे कैंसर है। एक महीने तक मुम्बई में इलाज कराने के बाद वह पत्नी को भिण्ड ले आया। वह हर तीन माह बाद उसे चैकप के लिए मुम्बई ले जाता। पहले काफी इलाज से फायदा हुआ लेकिन बाद मे उसकी हालत बिगडने लगी। एक महीने से वह काफी बीमार थी। कल उसे इलाज के लिए रात्रि को एक बजे भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय लाए जहां डॉं. एचडी गुप्ता ने उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। सुनीता की आज सुवह ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय में मौत हो गई।
भीमनगर निवासी जगदीश सिंह ने बताया कि सुनीता को तम्बाकू से कारण कैंसर हो जाने पर वह मोहल्ले के लोगों को सलाह देती थी कि कोई तम्बाकू का सेवन न करे। जिन्दगी और मौत से संधर्ष करते हुए वह मोहल्ले के तमाम लोगों की तम्बाकू छुडा गई। जब सुनीता को अपनी बीमारी का पता चला तो उसने अपने पति की भी तम्बाकू छुडा दी थी।
स्ुनीता अपने पीछे पति वृजेन्द्र सिंह, दो बच्चे धुव सिंह 13 वर्ष व कुलदीप 10 वर्ष के अलावा भरा पूरा परिवार छोड गई है।
धुव व कुलदीप ने बताया कि मेरी मम्मी कहती थी कभी जीवन में तम्बाकू का सेवन मत करना और कोई तुम से बाजार से तम्बाकू मगवाए तो उसे कभी लाकर भी मत देना।