नई दिल्ली ! महाराष्ट्र के वर्धा जिल के पुलगांव स्थित देश के सबसे बडे आयुध भंडार में सोमवार देर रात आग लगने से सेना के दो अधिकारियों तथा 18 अन्य लोगों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने खुद मौके पर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की है। अभी आग के कारणों का पता नहीं चला है और घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं। आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आग लगने के की घटना के तुरंत बाद घटना स्थल के आसपास के गांवों को तुरंत खाली करा लिया गया।
मृतकों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल आर एस पवार और मेजर के. मनोज के रूप में हुई है। घायल हुए सैनिकों में कई की स्थिति गंभीर है और मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आयुध भंडार में लगी आग की घटना में फिलहाल किसी का हाथ होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि सेना की जांच के बाद आग के लगने का कारण पता चल सकेगा। महानिदेशक सैन्य संचालन लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने बताया, लगभग 7000 एकड़ में फैले केंद्रीय आयुध भंडार में यह हादसा सोमवार देर रात एक बजे के करीब हुआ। इस हादसे में सेना के दो अधिकारियों, एक जवान और आयुध डिपो में तैनात नागरिक अग्निशमन विभाग के 13 कर्मियों की जान चली गई। इसके अलावा दो सैन्य अधिकारी, नौ जवान तथा नागरिक अग्निशमन विभाग के छह कर्मी घायल हुए हैं। घायलों को नागपुर के मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। रणवीर सिंह के अनुसार आग आयुध भंडार के एक शेड में लगी थी जिसमें संवेदनशील हथियार रखे थे। आग का पता चलते ही डिपो में तैनात अग्निशमन दल तथा त्वरित प्रतिक्रिया टीम आग बुझाने में जुट गई। त्वरित कार्रवाई से अग्निशमन दल आग को एक शेड तक ही सीमित रखने में सफल रहा और बाद में इसे बुझा दिया गया तथा अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

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