छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र में 3 किसानों ने मिलकर अपने पड़ोसी किसान को बंधक बनाया और लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि हमला इतनी बेरहमी से किया गया था कि मृत किसान के शरीर में एक भी हड्डी साबुत नहीं बची थी। हर हड्डी में मल्टीपल फ्रैक्चर थे। उसके शरीर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं था जिसमें लाठियों के निशान ना हो।
पुलिस के मुताबिक, छतरपुर जिले के बमीठा क्षेत्र सद्दूपुरा गांव का मोहन पिता दुर्जन पटेल उम्र 36 वर्ष मंगलवार की दोपहर अपने खेत की सिंचाई कर रहा था। इस दौरान गांव का हरिराम मिश्रा आया और कुएं से सिंचाई कर रहे मोहन पटेल से विवाद करने लगा। विवाद बढ़ने पर माेहन पटेल ने हरिराम के साथ मारपीट कर दी। नाराज हरिराम घर सद्दूपुरा गांव चला गया और अपने भाई अनारी मिश्रा उर्फ जगप्रसाद मिश्रा और पिता विशाली मिश्रा के साथ मजगुवां हार स्थित खेत पर पहुंचा। मोहन पटेल को अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया। तीनों ने उसे वहीं पर बंधक बनाया और जमकर लाठियों से पीटा। कुछ समय बाद एक बार फिर से उसे बंधन मुक्त किया और फिर से लाठियों से पीटते रहे, जब तक मोहन अचेत नहीं हो गया। मोहन के अचेत होने पर तीनों आरोपी उसे घसीटते हुए पास में मौजूद राई के खेत में डाल दिया और मौके से फरार हो गए।
करीब 3 बजे होश आने पर मृतक ने परिजनों को मोबाइल से कॉल करते हुए अपने साथ हुई मारपीट के बारे में बताते हुए खेत पर बुलाया। घटना की जानकारी लगने पर परिवार के लोग ऑटो लेकर खेत पर पहुंचे और उसे बमीठा अस्पताल लेकर गए। वहां के ड्यूटी डॉक्टर ने जिला अस्पताल रैफर कर दिया। जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर ने घायल का चैकअप करने के बाद मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया। ग्वालियर रवाना होने से पहले ही देर रात उसकी मौत हो गई।
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी प्रभुदयाल ने बताया कि आरोपियों ने सद्दूपुरा गांव के मोहन पटेल के साथ बहुत ही बेरहमी के साथ मारपीट की। बुधवार को सुबह जब ड्यूटी डॉ. विशाल तोमर ने शव का पोस्टमार्टम किया तो उसके शरीर की एक भी हड्डी ठीक नहीं पाई गईं। इस पीएम में मृतक के शरीर का काई भी स्थान ऐसा नहीं था जहां पर उसे मारपीट कर चोट न पहुंचाई गई हो।
बमीठा थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि मंगलवार की दोपहर इस मामले में सद्दूपुरा गांव के हरिराम मिश्रा, विशाली मिश्रा और अनारी मिश्रा पर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मोहन पटेल की मौत के बाद पुलिस ने इन तीनों आरोपियों पर हत्या की धारा 302 का मामला दर्ज किया है। आराेपी फरार हैं। इसके साथ ही गांव के दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
कुछ साल पहले विशाली मिश्रा के परिजनों ने अपनी कुछ जमीन गांव के एक अहिरवार परिवार को बेच दी। इसके बाद उस अहिरवार परिवार ने यह जमीन मोहन पटेल के परिवार को बेच दी। तभी से इस जमीन पर बने कुएं से पटेल और मिश्रा परिवार मिलकर अलग-अलग दिन सिंचाई करते हैं। मंगलवार को पटेल परिवार को सिंचाई करने का समय था। पर हरिराम मिश्रा जबरन अपने खेत की सिंचाई करना चाहता था। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ और मोहन के साथ इन तीनों ने मिलकर मारपीट करते हुए हत्या कर दी।