भिण्ड । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भिण्ड जिले कीे गोहद तहसील में आयोजित हुए जिला स्तरीय अन्त्योदय मेले के अवसर पर 37 करोड़ 72 लाख रूपए लागत के 103 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें से 11 करोड़ 98 लाख रूपए लागत के 62 निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया गया और 25 करोड़ 74 लाख रूपए लागत के 41 निर्माण कार्यों की आधारशिलाएं रखी र्गइं।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के अन्तर्गत 4 हजार 941 हितग्राहियों को 3 करोड़ 61 लाख रूपए की राशि के चैक एवं रोजगारमूलक इकाईयों का वितरण भी किया। उन्होंने 571 किसानों को 3 करोड़ 94 लाख 80 हजार रूपए के किसान क्रेडिट कार्ड भी बांटे। मुख्यमंत्री ने जिलेवासियों को सौंगातें देते हुए एण्डोरी को उप तहसील बनाने की घोषणा की। मालनपुर को नगर पंचायत बनाने की घोषणा इस शर्त के साथ की, कि अगर स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा इस बावत् प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा, तो मालनपुर को नगर पंचायत बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने गोहद से मौ तक सड़क निर्माण और मुरार से चितौरा सड़क के निर्माण की घोषणा भी की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भिण्ड  जिले में बनी नहरों का  जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 22 सालों से जो नहरें सूखी पड़ी थी,आज उन नहरों के अंतिम छोर तक के किसानों को राज्य सरकार द्वारा पानी पहुंचाया जा रहा है, जिससे उनकी फसलों को पानी मिलने के साथ-साथ उनकी फसलों का उत्पादन भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन नहरों को पक्का बनाने के लिए राज्य सरकार ने 167 करोड़ रूपए स्वीकृत किए है। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान का खेत पानी की कमी से सूखा नहीं रहने दिया जाएगा और खेत-खेत में पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराने और सिंचाई का रकवा बढ़ाने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को अब बिजली खपत की रीड़िंग कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही उन्हें बिजली के बिल की जरूरत होगी, क्योंकि खेतों में सिंचाई के लिए अब राज्य सरकार ने 1 हजार 200 रूपए प्रति हॉर्सपावर के मान से किसानों के लिए बिजली की राशि का भुगतान निर्धारित कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद की परेशानी न हो, इसके लिए राज्य सरकार ने खाद के अग्रिम उठाव की व्यवस्था शुरू की है और किसानों से भी खाद का अग्रिम उठाव करवाया गया है। जिसके अच्छे नतीजे सामने आए है। उन्होंने कहा कि आगे भी राज्य सरकार खाद के अग्रिम उठाव की प्रक्रिया अपनाएंगी, ताकि किसानों को खाद के लिए परेशान न होना पड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों से समर्थन  मूल्य पर गेहूं की खरीदी दूसरे  राज्यों में 1350 रूपए प्रति क्विटल के मान से की जाती है। जब कि म.प्र. में राज्य सरकार द्वारा किसानों  से 1500 रूपए प्रति क्विटल के मान से गेहूं की खरीदी की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को खेतीबाड़ी में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कराने के लिए म.प्र. से किसानों को विदेश भेजा जाएगा, जहां वे खेती किसानी की उन्नत तकनीक  से वाकिफ होंगे। उस उन्नत तकनीक को सीखकर हमारे किसान अपनी खेतीबाड़ी में इस्तेमाल करके भरपूर उत्पादन ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा में 25 से 50 प्रतिशत फसल का नुकसान होने पर नियमों में मुआवजा  देने का प्रावधान किया है। उन्होंने ओला एवं पाले से प्रभावित फसलों का सर्वें कराने के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि भिण्ड जिले में बिजली की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी समय में भिण्ड जिले के गांवों में 24 घण्टे बिजली दी जाएगी। इसके लिए जिले में युद्व स्तर पर फीडर सेपरेशन का कार्य चल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जनता द्वारा बिजली के बिलों का भुगतान भी किया जाए। उन्होंने कहा कि चम्बल के बीहड़ों में उद्योग खोले जाएंगेे, किन्तु उद्योगपतियों के लिए यह शर्त रहेगी कि उन्हें 50 प्रतिशत रोजगार स्थानीय बेरोजगारों को उपलब्ध कराना आवश्यक होगा और जो उद्योगपति 90 प्रतिशत स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार देंगे, उन्हें उद्योग लगाने में प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि गोहद में बेरोजगारों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा और उनके लिए रोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने युवकों से कहा कि यह जरूरी नहीं कि आप नौकरी ही करें। आप ठेकेदारी भी कर सकते है। इसके लिए आपको उपयुक्त प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में लघु उद्योग धन्धे विकसित करने के लिए सुनियोजित ढंग से प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार धन्धों में स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। इसके तहत जरूरतमंद बेरोजगारों को बैंक से ऋण दिलवाया जाएगा और इस ऋण की गारंटी राज्य सरकार देगी। इतना ही नहीं राज्य सरकार पांच साल तक ऋण के ब्याज का भुगतान भी स्वयं करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के समग्र विकास और गांव को सड़कों से जोड़ने के लिए पंच परमेश्वर योजना और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की गई है। इसके अच्छे नतीजे सामने आये है। उन्होंने कहा कि घर की बहू बेटियों को हैण्डपंप के चक्कर न लगाने पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री पेयजल योजना बनाई गई है। इसके तहत गांवों में नलजल योजनाएं बनाकर घर-घर में पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इन नलजल योजनाओं के बिजली के बिलों का भुगतान भी राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से तंग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा गारंटी योजना बनाई है। इसके तहत विद्यार्थियों को बैंक से ऋण दिलवाया जाएगा, जिसकी गारंटी राज्य सरकार देगी। अब तक प्रदेश में इस योजना के तहत 10 हजार विद्यार्थियों को ऋण दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पढ़ने लिखने वाले बच्चों के सामने धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्ययनरत गरीब वर्ग के बच्चों को भी छात्रवृत्ति दी जाएगी और जो व्यक्ति बीमार हैं, उन्हें नि‘शुल्क दवाईयां दी जाएगी और उनका निःशुल्क उपचार कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीबों को ईलाज के लिए पैसा खर्च नहीं करने दिया जाएगा। इसकी चिंता अब राज्य सरकार करेगी। गरीबों के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य बीमारी सहायता योजना भी चलाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बेटा और बेटी के साथ समान व्यवहार करने पर जोर देते हुए कहा कि बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं करना चाहिए। बेटियों को भी बेटों के समान लाड़ प्यार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियों में माता-पिता के प्रति इतनी अधिक संवेदनशीलता रहती है कि वे जब तक जिन्दा रहती है, तब तक मॉ-बाप को नहीं भूलती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को अपमानित करने वालों का डाटावेस तैयार किया जाएगा और ऐसे लोगों को न तो ड्रायविंग लायसेंस एवं शस्त्र लायसेंस दिए जाएंगे और न ही चरित्र प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उनको सरकारी नौकरी भी नहीं दी जाएगी। उन्होंने ग्रामवासियों से आग्रह किया कि वे अपने गांव में यह देखें कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण-आहार का वितरण और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का वितरण ढंग से हो रहा है कि नहीं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना ग्रामवासियों का भी काम है कि स्कूल समय पर खुलें और शिक्षक समय पर स्कूलों में पहुंचें। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी यह भी सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं का आम लोगों को पूरा-पूरा लाभ मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप और हम मिलजुलकर ही म.प्र. को आगे बढ़ा सकते है। उन्होंने कहा कि म.प्र. में बदलाव लाने के लिए जनता का सहयोग भी सरकार के साथ आवश्यक है।
समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री एवं  चिकित्सा शिक्षा मंत्री  अनूप  मिश्रा ने कहा कि जरूरतमंदों को एक ही स्थान पर कल्याणकारी  योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मुख्यमंत्री  द्वारा अन्त्योदय मेलों का आयोजन शुरू कराया गया है। उन्होंने कहा कि इन मेलों के जरिए बड़ी संख्या में हितग्राहियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने ओला और पाले से प्रभावित फसलों का सर्वे कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के प्रति कृत संकल्प है और उनके कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है।
कार्यक्रम  में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण राज्य मंत्री  हरिशंकर खटीक, क्षेत्रीय सांसद  अशोक अर्गल, विधायकगण  अरविन्द भदौरिया,  राकेश शुक्ला,  रणवीर सिंह जाटव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मिथलेश सिंह कुशवाह, पूर्व सांसद  रामलखन सिंह, पूर्व विधायक  लालसिंह आर्य,चम्बल संभाग के कमिश्नर  शिवानंद दुबे, पुलिस महानिरीक्षक चंबल संभाग  अफजल, कलेक्टर  अखिलेश श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक   आकाश जिंदल भी मौजूद थे।

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