इंदौर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि किसान आंदोलन के पीछे देश विरोधी तत्वों का हाथ है। विजयवर्गीय अपने गृह नगर इंदौर में आयोजित मकर संक्रांति पतंग उत्सव में शामिल होने के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि देश का 99 फीसदी किसान केंद्र सरकार के द्वारा पारित तीनों कृषि बिलों के पक्ष में हैं। मुट्ठीभर किसानों को भ्रमित कर विपक्ष किसान आंदोलन के नाम पर राजनीति कर रहा है। उन्होंने किसान आंदोलन को देश के विकास में बाधक बताया। उन्होंने कहा कि आज विश्व के उद्योगपति चीन से नाराज हैं।
वे भारत के बाजार में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन किसान आंदोलन की वजह से उनकी रुचि प्रभावित है। पश्चिम बंगाल के प्रभारी विजयवर्गीय ने दावा किया कि उनके संपर्क में पश्चिम बंगाल के 41 विधायक हैं। तृणमूल कांग्रेस के इन 41 विधायकों को यदि वे भाजपा में शामिल कर ले तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार अल्पमत में आ सकती हैं। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वे इन विधायकों की छवि जांचने के बाद इन्हें भाजपा में शामिल कर सकते हैं।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार स्पष्ट बहुमत के साथ बनेगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। वे तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व को खारिज करने का मन बना चुके हैं। विजयवर्गीय ने राज्य के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के द्वारा विवाह के लिए महिलाओं की उम्र की सीमा से संबधित विवादित बयान की निंदा की है।