भोपाल। प्रदेश के बीस लाख किसानों के खाते में आज मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसान सम्मान निधि के चार सौ करोड़ रुपए पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शनिवार को सिंगल क्लिक से चार सौ करोड़ रुपए की राशि का हस्तांतरण किया। वे शनिवार को ही सागर जिले के सिरांजा में आॅटोमेटिक मिल्क प्रोसेसिंग केन्द्र सिरोंजा का लोकार्पण और सांची के नये शुभंकर और और टैग लाईन का शुभारंभ भी कर रहे है।
पीएम किसान सम्मान योजना की तर्ज पर राज्य सरकार ने भी सीएम किसान सम्मान योजना शुरु की है। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को एक वित्तीय वर्ष में दो समान किस्तों में कुल चार हजार रुपए की सम्मान निधि प्रदान की जाना है। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में सितंबर 2020 में साढ़े सात लाख किसानों के खातों में डेढ़ सौ करोड़ रुपए अंतरित किए गए थे। इसके बाद नवंबर में पांच लाख किसानों के खाते में सौ करोड़ और दिसंबर में पांच लाख किसानों के खातों में पांख लाख किसानोें के खाते में सौ करोड़ डाले गए थे। इस तरह सत्रह लाख 50 हजार किसानों के खाते में अब तक 350 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की जा चुकी है। प्रदेश के 78 लाख किसानों तक इस योजना के तहत राशि अंतरण की जाना है। आज सागर में चार सौ करोड़ रुपए की दूसरी किस्त का आॅनलाईन भुगतान किया गया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में सभी जिला मुख्यालयों पर अधिकारी और किसान भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सागर जिले के सिरोंजा में नवीन आॅटोमेटिक साँची डेयरी संयंत्र का लोकार्पण, साँची के नवीन शुभंकर और टैग-लाइन का अनावरण भी कर रहे है। इस मौके पर उनके साथ पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल,लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद राजबहादुर सिंह, विधायक प्रदीप लारिया और शैलेन्द्र जैन भी मौजूद रहे।
सागर जिले को एक माह के भीतर पशुपालन के क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी सौगात मिलने जा रही है। 40 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाला आॅटोमेटिक साँची डेयरी संयंत्र राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, आणंद, गुजरात द्वारा निर्मित है। यहां स्वसहायता समूहों की मदद से दुग्ध संकलन से लेकर पैकिजिंग तक की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सागर पहुंचने के बाद सबसे पहले जनप्रतिनिधियों से हेलीपेड पुलिस लाईन पर मुलाकात की। इसके बाद दोपहर में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उन्होंने सागर नगर निगम एवं मकरोनिया नगर पालिका, नगरीय विकास रोडमैप की समीक्षा की।
मध्यप्रदेश में अच्छे उत्पादन के चलते इस साल सोलह लाख किसानों से एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का समर्थन मूल्य पर उपार्जन करके मध्यप्रदेश ने नया इतिहास रचार है। मध्यप्रदेश इस मामले में देश का नंबर वन राज्य बन गया है। प्रदेश में अब तक 5 लाख 86 हजार से अधिक किसानों से 37 लाख 27 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान उपार्जित किया जा चुका है।
इस बार 42 हजार 400 से अधिक किसानों से 2 लाख 24 हजार मीट्रिक टन से अधिक ज्वार एवं बाजरा समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। गेहूं, धान एवं अन्य फसलों के उपार्जन के माध्यम से राज्य सरकार ने अब तक किसानों के खातों में 33 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि अंतरित की है। प्रदेश में भाजपा की सरकार ने शपथ लेते ही किसानों की चिंता की औश्र सबसे पहले पुराने वर्षो की बकाया प्रीमियम राशि 22 सौ करोड़ रुपए का भुगतान किया। इस कारण प्रदेश के किसानों को 3 हजार 200 करोड़ रुपए की दावा राशि का भुगतान हो सका है।
प्रदेश में 32 लघु वनोपजों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण किया गया है, जिनमें 14 लघु वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई तथा 18 लघु वनोपजों के समर्थन मूल्य पहली बार इसमें शामिल किए गए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के प्रारंभ से अब तक प्रदेश के 77 लाख किसानों को 6 हजार 815 करोड़ रुपए की सम्मान निधि का भुगतान किया जा चुका है।