इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के कॉल सेंटर के 31 वर्षीय कर्मचारी ने फांसी लगा ली। वह तीन साल से इंदौर में किराये से रहता था। आखिरी बार मां ने उसे फोन किया तो बोला नाइट शिफ्ट चल रही है, सो रहा हूं अब। इसके बाद उसने फांसी लगा ली। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है।
MIG पुलिस के मुताबिक, मृतक का नाम प्रिंस जारिया था। वह MIG कॉलोनी में रहता था और टेली परफॉर्मेंस कंपनी में कॉलर के रूप में काम करता था। प्रिंस के पिता प्रकाश जारिया फौज से रिटायर होने के बाद करेली (नरसिंहपुर) में बैंक के गार्ड की नौकरी करते हैं। परिवार में एक बेटा और बेटी भी है। प्रिंस की मां ने बताया शाम 6 बजे उससे आखिरी बार बात हुई थी। उसने कहा कि नाइट शिफ्ट चल रही है, सो रहा हूं अब। फिर मैंने दूसरे दिन फोन लगाया, लेकिन उसने नहीं उठाया। उसके बाद मकान मालिक को भेजा तो पता चला उसने फांसी लगा ली।
बेटे की मौत की खबर मिलते ही माता-पिता बदहवास हालत में इंदौर आए। पोस्टमार्टम भवन में स्ट्रेचर पर जवान बेटे का शव देखकर दोनों फफक पड़े। मां बार-बार यही बोल रही थी कि मेरे लाल तेरी शादी अच्छे से करती, ये क्या कर लिया तूने। इधर पिता से सप्ताह भर से बात नहीं की थी। ना ही परिवार के किसी व्यक्ति को उसने कोई परेशानी बताई।