कानपुर… रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर सीबीआई का शिकंजा कस गया है। कोठारी पर पर कई बैंकों को अरबों का चूना लगाने का आरोप है। पिछले कुछ दिनों से कोठारी के भारत से बाहर भाग जाने की खबरें थीं, लेकिन उन्होंने इसका खंडन किया था। सीबीआई ने सोमवार को कोठारी के कानपुर स्थित तीन ठिकानों पर छापे मारे और 800 करोड़ बैंक लोन मामले में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। सीबीआई फिलहाल कोठारी से पूछताछ कर रही है।
डायमंड कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के बाद रोटोमैक कंपनी के मालिक कोठारी बैंकों को करोड़ोंं का चूना लगाने के मामले में सुर्खियों में हैं। रविवार को वह कानपुर के एक वैवाहिक समारोह में नजर आए थे।
रात एक बजे ही सीबीआई + टीम विक्रम कोठारी के तिलक नगर स्थित घर पहुंची। रात में लगभग 1 बजे विक्रम कोठारी का घर खंगाला गया। पुलिस ने उनके घर में मौजूद सभी लोगों से पूछताछ की। इस बीच सीबीआई ने कोठारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कानपुर निवासी विक्रम कोठारी + पर आरोप है कि उन्होंने इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत कई सरकारी बैंकों से लोन लिया। लोन लेने के साल बाद उन्होंने ना तो मूलधन चुकाया और ना ही उस पर बना ब्याज बैंक को दिया।
पिछले साल बैंक ऑफ बड़ौदा ने रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड + को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया था। कंपनी बैंक के इस आदेश के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट गई। हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीबी भोसले और जस्टिस यशवंत वर्मा की खंडपीठ ने कंपनी की याचिका पर सुनवाई करते हुए बैंक को आदेश दिया कि कंपनी का नाम विलफुट डिफॉल्टर लिस्ट से बाहर किया जाए।

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