नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रचार थमने से पहले आज यानी गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने नमो एप्प पर कर्नाटक के एससी/एसटी/ओबीसी और स्लम मोर्चा के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि दलित और पिछड़े समुदाय के लिए हमने बहुत काम किया है और इन समुदाय के लोगों का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व बीजेपी में है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में दलित, ओबीसी सबसे अधिक हैं और ये लगातार शामिल भी हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वे घर-घर जाकर यह बताएं कि भाजपा सरकार उनकी भलाई के लिए काम कर रही है. भाजपा हर वर्ग के लिए, उनके उत्थान के लिए सदैव तत्पर रही है. हमारा संकल्प रहा है कि गरीब, आदिवासी, महिला, शोषित, वंचित सबके कल्याण के लिए बिना थके उनके लिए काम करना है. बाबा साहब ने अपने जीवन में जो संघर्ष किया, उससे हम परिचित हैं. उनका जीवन प्रेरणा से भी भरा है.
पीएम मोदी ने कहा कि जब शिक्षा गिने-चुने लोगों का विशेषाधिकार था, वैसे वक्त में ज्योतिबा फूले ने शिक्षा का अलख जगाया. उनकी पत्नी साबित्री और उन्होंने समाज के भलाई के लिए सबसे टक्कर ली. समाज को जागरुक करने वाले संत कबीर दास और रैदास ने भी बहुत काम किया. उन्होंने कहा कि समाज के अंदर ऊंच-नीच की सोच पर संत रैदास और कबीर ने बड़ी चोट की. जात-पात को मिटाने में भी रैदास ने काफी काम किया. संत रैदास जाति व्यवस्था की तुलना केले के पत्ते से करते हैं, जिस प्रकार केले के पेड़ में पत्तों का सिलसिला होता है, वैसे ही जातियों का भी अंतहीन व्यवस्था है, जिसकी वजह से मनुष्य कभी मनुष्य से जु़ड़ ही नहीं पाता. इसी का लाभ स्वार्थी लोग उठाते हैं और अपने फायदे के लिए उनमें विभेद पैदा करते हैं.