छिंदवाड़ा। अपनी बेहद गंभीर समस्याओं के त्वरित निदान के लिए कलेक्टर के समक्ष जनसुनवाई में पहुंचने वाले पीड़ितों को अब घंटों तक लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने जनसुनवाई की पुरानी व्यवस्था को बदलते हुए निर्देश दिए हैं कि जनसुनवाई में आने वाले सभी पीड़ितों को ससम्मान सभागार में बैठाया जाए, जहां निर्धारित समय पर सभी विभागों के क्लास-वन अफसर मौजूद रहेंगे। पीड़ित व्यक्ति की शिकायत का मौके पर संबंधित अधिकारी वैरीफिकेशन करते हुए उक्त समस्या का निदान करने सहित उसकी समय अवधि निर्धारित कर आवेदन पर अपनी टीप लिखेंगे। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा किए गए इस नवाचार की छिंदवाड़ा जिले में खासी चर्चा है।

जनसुनवाई में शहरी क्षेत्र और दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले पीड़ित सुबह से अपने घर से निकलते हैं तब दोपहर तक कलेक्ट्रेट पहुंच पाते हैं। जनसुनवाई में ज्यादातर गरीब, किसान, बुजुर्ग एवं महिलाएं आती हैं, जिन्हें अपनी शिकायत देने के इंतजार में लाइन में खड़े रहना पड़ता है। शिकायतों में बेजा कब्जा, बटवारा, नामातंरण, खसरा, नकल, पेंशन, राशन सहित महिला संबंधी अपराध या प्रताड़ना से जुड़ी शिकायतें ही आती हैं।

अनुश्रवण शिविर शुरू
ग्रामीण क्षेत्रों में जनसमस्याओं के निदान के लिए लोक कल्याण शिविर लगते थे। कांग्रेस सरकार में ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरूआत की गई। कोरोना संक्रमण काल में बीते 7 माह से अधिकारियों का संपर्क ग्रामीणों से नहीं है, इसके लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने ‘अनुश्रवण शिविर’ लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के निर्देश दिए हैं।

जनसुनवाई में अधिक संख्या में आने वाले पीड़ित बहुत देर तक लाइन में खड़े रहते थे, अब सभागार में पीड़ित कुर्सी में बैठकर अपना आवेदन देंगे ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। ग्रामीण क्षेत्रों में अनुश्रवण शिविर शुरू किए गए हैं, अफसर गांव-गांव जाकर आमजन की समस्या सुनकर उनका मौके पर समुचित निदान करेंगे, ताकि उन्हें जिला मुख्यालय तक न आना पड़े।
सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर, छिंदवाड़ा

 

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