नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को पहली बार भारतीय उद्योग संघ (सीआईआई) के विशेष सत्र में देश के उद्योग जगत से मुखातिब हुए और देश की अर्थव्यवस्था पर अपने विचार रखे। राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि सिर्फ एक शख्स करोड़ों लोगों की मुश्किलों का हल नहीं कर सकता है। उन्होंने मौजूदा व्यवस्था पर कई तरह के सवाल उठाए और कहा कि पाठ्यक्रम तय करने में उद्योगपतियों का भी दखल होना चाहिए। राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि विकास की राह में देश के सभी तबकों को साथ लेकर चलने की जरूरत है। राहुल ने समग्र विकास पर कई बार जोर दिया। राहुल ने इसके अलावा शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव की वकालत करते हुए कहा कि शिक्षा को रोजगारपरक बनाने की जरूरत है, जिससे युवाओं को नौकरियां मिल सके। इसके साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष ने माना कि देश अपनी ताकत का इस्तेमाल ठीक से नहीं कर रहा है। उन्होंने राजनीतिक ताकत को पंचायतों में प्रधानों तक पहुंचाने की जरूरत पर भी जोर दिया।
याद आया ट्रेन वाला गिरीश
अपने भाषण में राहुल ने गोरखपुर से मुंबई की अपनी ट्रेन यात्रा का भी जिक्र किया। इस यात्रा में मुझे एक युवक गिरीश मिला जो पेशे से कारपेंटर था और वह काम के लिए मुंबई जा रहा था। बातचीत में उसने बताया कि उसे इस बात का भरोसा है कि मुंबई में काम मिल जाएगा। अगर उसे वहां काम नहीं मिला तो वह क्या करेगा, पूछने पर उसने जवाब दिया कि वह बंगलुरु चला जाएगा। अंत में राहुल ने कहा कि ऐसे युवाओं को ट्रेनिंग की जरूरत है।
राहुल को जवाब : 4 दिन बाद फिक्की में गूंजेगा मोदी मंत्र
दूसरी ओर, गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है। नरेंद्र मोदी सोमवार 8 अप्रैल को फिक्की के महिला विंग को संबोधित करेंगे। बीजेपी संसदीय बोर्ड में आने के बाद मोदी फिक्की के किसी बड़े कार्यक्रम में अपना नजरिया रखेंगे।
मेरी शादी पर आप मत सोचो
शादी कब करोगे और भारत का प्रधानमंत्री कब बनोगे जैसे बार-बार पूछे जाने वाले सवालों पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘इस तरह के सवाल अप्रासां गक हैं। लोगों को देश की बजाए इस बात की चिंता ज्यादा है कि मैं शादी कब करूंगा और प्रधानमंत्री कब बनूंगा। मेरे लिए ये सवाल मायने नहीं रखते, ऐसी सब बातें धुआं हैं।’