करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को धुमधाम से किया जाता है। यह पर्व सुहागन महिलाओं के लिए विशेष महत्वपूर्ण होता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं और शाम की पूजा के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथों से पानी पीती हैं।
इस बार करवाचौथ पर सर्वार्थ सिद्धि का योग है। चतुर्थी तिथि 3 नवंबर मंगलवार को रात 1:05 बजे शुरू हो जाएगी, जो 4 नवंबर बुधवार को रात 2:10 बजे तक रहेगी। मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं। राशि के स्वामी शुक्र और बुध हैं। इसलिये बुधवार को दिनभर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। अन्य पर्व व त्योहार की तरह कोरोना काल का प्रभाव करवा चौथ पर भी पड़ रहा है। सजने-संवरने से लेकर व्रत की खुशी हर चीज पर इसका असर देखने को मिल रहा है। बदलते समय में ये व्रत पति भी रखते है। कहा जाता है कि इस दिन हर पति को कुछ चीजें जरूर करनी चाहिए, जिससे दोनों के बीच प्यार तो बना ही रहता है साथ ही जीवन में तरक्की भी मिलती है।
पति करें ये 3 काम
1. पति इस बात को ध्यान रखें कि करवा चौथ में जितना महत्व पूजा और व्रत का होता है, उतना ही करवा चौथ की कथा का भी है। कथा में भगवान गणेशजी के वरदान की कहानी है जिसे सुनने से भाग्य जागता है। इसलिए करवाचौथ के दिन हर पति को इस कथा को ध्यान से सुनना चाहिए।
2. पति-पत्नी का जन्म-जन्मांतर का अटूट प्रेम बंधन तभी जीवंत रह सकता है जबकि आपने सच्चे वायदे पूरे करने की कसम खाई हो व उसे साकार रूप प्रदान किया हो। जीवनसाथी से धोखा करना सरासर बेईमानी है, जिससे आपसी विश्वास को ठेस पहुंचती है। इन सारे संकल्पों को आत्मसात कर लें। याद रखिए करवा चौथ का असली महत्व तभी सार्थक होगा, जब आप दोनों निश्चिंत होकर एक-दूसरे के सहयोग से अपनी दुनिया सजाएंगे।
3. करवाचौथ के दिन कोशिश करें कि पत्नियों से घर का कोई काम ना कराएं। इस दिन आप अपनी पत्नी की घर के कामों में मदद जरूर करें। एक दिन के लिए अपने मोबाइल, लैपटॉप से दूरी बना लें और उन्हें पूरा टाइम दें।