तमिलनाडु की राजनीति अब किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं है. साउथ के दो बड़े सुपरस्टार राजनीति में एंट्री ले चुके हैं और अब एक-दूसरे के आमने-सामने भी हैं. पहले रजनीकांत ने राजनीति में एंट्री का ऐलान किया और उसके बाद अब कमल हासन ने भी अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है. यानी तमिलनाडु के चुनाव इतना आसान नहीं होने वाले हैं.
गुरुवार को कमल हासन ने एक तमिल मैग्जीन में अपनी साप्ताहिक कॉलम के जरिए तमिल समुदाय के लोगों को साधने की कोशिश की. उन्होंने कॉलम में लिखा कि मैं राजनीति के जरिए अपने कर्तव्य को निभा रहा हूं. सबसे पहले मैं अपने चाहने वालों से मिलूंगा, लेकिन ये कोई सेलिब्रिटी की पार्टी जैसा नहीं होगी.
कमल हासन ने अपने कॉलम में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी जिक्र किया. इससे इतरे उन्होंने अपने कॉलम में अपने संघर्ष की बात की और खुद को तमिल अस्मिता से जोड़ा. हासन ने इसी बीच इशारों में खुद को तमिल लोगों से जोड़ा. गौर करने वाली बात यह है कि रजनीकांत मूल रूप से तमिल नहीं हैं, वह मराठी हैं. कमल ने इस दौरान कहा कि उनका परिवार गांधी के विचारों पर चलने वाला है.
कमल हासन अपनी राज्यव्यापी यात्रा का आगाज अपने गृह जनपद से करते हुए मदुरई, डिंडीगुल और सिंवगंगई जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी का नाम और उसकी दिशा का ऐलान 21 फरवरी को किया जाएगा.
आपको बता दें कि हाल ही में इंडिया-टुडे कार्वी इनसाइट्स के ओपिनियन पोल में सत्ताधारी पार्टी को तमिलनाडु में खासा नुकसान होते हुए दिख रहा है. पोल के अनुसार अभी चुनाव हुए तो राज्य की सत्तारूढ़ AIADMK को भारी नुकसान होगा. साल 2016 में AIADMK को 40 फीसदी वोट हिस्सेदारी के साथ राज्य में 135 सीटें मिली थीं.
विपक्षी डीएमके गठबंधन (डीएमके, कांग्रेस और आइयूएमएल) को 34 फीसदी वोट और 130 सीटें हासिल हो सकती हैं. सुपरस्टार रजनीकांत की पार्टी की अच्छी शुरुआत हो सकती है और उसे राज्य में 16 फीसदी वोटों के साथ 33 सीटें मिल सकती हैं. ओपिनियन पोल के अनुसार एक और सुपरस्टार कमल हासन का चुनाव में कोई खास असर नहीं होगा.