वॉशिंगटन । आखिरकार 14 महीने बाद अमेरिका के कन्सास में हुए नस्लीय हमले में मारे गए भारतीय इंजीनियर के परिवार को इंसाफ मिला। अमेरिकी कोर्ट ने भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोतला (32) के हत्या के दोषी पूर्व नौसैनिक एडम डब्ल्यू.पुरिंटन (52) को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इससे पहले कोर्ट ने मार्च में पुरिंटन को दोषी करार दिया था। बता दें कि पिछले साल 22 फरवरी को एक नस्लीय हमले में हैदराबाद के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोतला की गोलीबारी में मौत हो गयी थी। एडम पुरिंटन नामक श्वेत अमेरिकी ने अमेरिका के कंसास स्थिति एक पब में मामूली विवाद के बाद फायरिंग शुरू कर दी। परिंटन ने एक बार में दो भारतीयों पर गोली चला दी थी, जिसमें कुचिभोटला की मौत हो गई थी। जबकि आलोक मदासानी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन दोनों भारतीयों के बचाव में आगे आए एक अमेरिकी नागरिक को भी गोली लगी थी।
फर्स्ट डिग्री मर्डर का दोषी पुरिंटन
बता दें कि कोर्ट ने पुरिंटन को श्रीनिवास के फर्स्ट डिग्री मर्डर का दोषी पाया है। कोर्ट ने दो मर्डर के आरोपों में पुरिंटन को अलग-अलग 165 महीने की जेल की सजा सुनाई। वहीं, लंबे वक्त से श्रीनिवास के लिए इंसाफ की आवाज उठा रही उनकी पत्नी सुनयना दुमाला ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि फैसले से मेरे पति वापस नहीं आएंगे, लेकिन इससे ये संदेश जरूर जाएगा कि नफरत को किसी भी तरह स्वीकार नहीं किया जाएगा।
22 फरवरी को क्या हुआ था?
– श्रीनिवास और आलोक मदसानी ओलाथे में जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन के एविएशन विंग में काम करते थे।
– 22 फरवरी की रात श्रीनिवास और आलोक मदसानी ओलाथे के ऑस्टिन बार एंड ग्रिल बार में थे।
– इस दौरान पूर्व अमेरिकी नौसैनिक एडम पुरिंटन उनसे उलझ गया।
– एडम दोनों पर नस्ली टिप्पणी करने लगा, उसने दोनों को आतंकी कहा और कहा कि मेरे देश से निकल जाओ। तुम मेरे देश में क्यों आए हो?
– बहस के बाद एडम को बार से निकाल दिया गया। थोड़ी ही देर में वह बंदूक लेकर लौटा और दोनों पर गोली चला दी। इसमें श्रीनिवास की मौत हो गई और मदसानी जख्मी हो गए।
– इसके पांच घंटे बाद एडम दूसरी बार में शराब पीने पहुंचा। वहां उसने लोगों को बताया कि वह मिडल-ईस्ट के दो लोगों को मारकर आया है और छुपने की जगह चाहिए। बार टेंडर ने पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया।