ग्वालियर। मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कथित रूप से आरोप लगाते हुये कहा कि देश में ७४ साल का सबसे बडा घोटाले का सरगना कोई है तो वह ग्वालियर में है। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार ने कितना विकास किया इसका उदाहरण यह है कि राज्य सरकार द्वारा गेहूं खरीदने के बाद उसे रखने के लिए गोदाम तक नहीं बनवा पाये वह आज भी खुले में पडा रहकर भीगता है।

 पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति आज यहां अपने प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होने कहा कि कांग्रेस १५ वर्ष बाद चुनाव जीत कर सत्ता मेें आई तो उसका सपना था माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई करना, बेरोजगारी समाप्त करना किसानों के कर्जे माफ करना और राज्य का उत्थान करना। लेकिन ग्वालियर अंचल के नेता १५ साल तक तो युद्ध लड़ते रहे और अंत में अपनी पीठ दिखाकर भाग गये। उन्होंने कहा कि पीठ दिखाने वाले को गददार ही कहा जाता है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनाने के बाद २६ लाख किसानों का कर्जा माफ किया। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कुछ नहीं किया उनके ही १६ विधानसभा क्षेत्रों के किसानों की कर्ज माफी की सूची कांग्रेस के पास मय मोबाइल नंबरों के है चाहो तो कॉल कर किसानों से पूछ लें। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार रहती तो किसानों को कर्ज माफी की तीसरी किस्त शुरू हो जाती। प्रजापति ने कहा कि राज्य में रेत खदानों का बंदरबांट किया जा रहा है। प्रजापति ने कहा कि असली सीएम तो नरोत्तम बनने थे वही सीएम पद वेटिंग थे लेकिन कार्यक्रम के दौरान वह कहां थे। इतना ही नहीं मंत्री यशोधरा राजे भी कहां थी। उन्होंने कहा कि हमारा तो गांधी परिवार है वहीं उनका आरएसएस परिवार । उन्होंने कहा कि आरएसएस जो बोलेगा वही होता है। 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह कल आरएसएस कार्यालय गये है इसके बाद नडडा के घर जायेंगे , इसके बाद वह अमित शाह के घर जायेंगे और पीएम नरेन्द्र मोदी के घर हाजिरी देंगे। उन्होने कहा कि गत दिनों भाजपा नेताओं के साथ सिंधिया ने नेहरू गांधी पर आरोप लगाये इन लोगों ने आजादी के समय का इतिहास ही नहीं पढा। उन्होंने कहा कि नेहरू के पिता पर उस समय अरबों रूपये की संपत्ति थी और उन्होंंने अपनी संपत्ति को स्वतंत्रता सेनानियों को देने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आरएसएस कार्यालय तो चले गये लेकिन वह झांसी की रानी के दर पर शीश नवाते तो उनके पाप धुल जाते। वर्मा ने कहा कि वह विकास ना होने की बात करते हैं तो उन्हें पता होगा कि देवास से ग्वालियर तक के लिये ४००० करोड का फोर लेन का शभारंभ उन्होंने भी साथ में किया था। उन्होने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अरबों रूपये दिये हैं। वहीं सिंधिया ने मंदिर से लेकर अन्य जमीनों को अपने नाम करा लिया। पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि इंदौर में एमपीसीए में उन्होंने सिंधिया को किस प्रकार जिताया वह जानते हैं उसमें मेरी अहम भूमिका रही थी। 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि कमलनाथ से क्या गलती हुई यह उन्हें नहीं पता हां इतनी गलती हुई कि उन्होंने किसानों का कर्जा माफ किया, सौ रूपये में सौ यूनिट बिजली दी, गौमाता के लिए गौशाला बनवाई। इतना ही नहीं सरकार गिरने से पहले वह स्वयं करैरा में किसानों को कर्ज माफी के प्रमाणपत्र देने गये थे।

 इस अवसर पर पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाने वालों के छह मंत्री स्वयं उनकी सरकार में थे और वह भी बल्लभ भवन में बैठते थे। उन्होंने कहा कि यदि सिंधिया में दम है तो वह अपने ऊपर अमृता जैन द्वारा पचास लाख रूपये टिकट के लिये लगाये आरोपों का जबाब दें। या तो वह उस वीडियो की जांच करायें या खंडन करें। उन्होंने कहा कि ७६ हजार ३६१ सदस्यता की जगह ७५ लाख कह देते तो भी कौन देखता। उन्होने कहा कि टाइगर तो जंगल में सभी की सुरक्षा करता है तो स्वयं को ग्वालियर आने पर ५० से १०० पुलिस कर्मियों को क्यों लिये थे। क्या वह नकली टाइगर हैं। 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि २०१८ में तो कांग्रेस ने २६ सीटें ग्वालियर चंबल अंचल में आई। इससे पूर्व में २०१३, २००८ , २००३ में भी चुनाव हुये तब कांग्रेस की ग्वालियर चंबल अंचल में क्या स्थिति थी। २०१३ में १३ , २००८ में १२ , २००३ में केवल नौ सीटें आई थी। तब क्या सिंधिया की चलती नहीं थी। या उनका जलवा नहीं था।

 पत्रकार वार्ता में मंत्री पीसी शर्मा, अपेक्स बैंक के पूर्व संचालक अशोक सिंह, प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा, शहर जिला अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, आरपी सिंह, अजीत सिंह भदौरिया, रश्मि पवार शर्मा, आदि मौजूद थे। पत्रकार वार्ता के बाद सभी नेताओं ने ग्वालियर व्यापार मेला में आयोजित सदस्यता अभियान में भाग लिया। 

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