भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मध्य प्रदेश में उपचुनाव के दौरान ग्वालियर चंबल संभाग में हुई हिंसक घटना का ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़ा है. उन्होंने चुनाव आयोग पर काफी गंभीर आरोप भी लगाए हैं.दिग्विजय सिंह ने कहा केंद्रीय चुनाव आयोग (CEC) के पर्यवेक्षक इस पर नियंत्रण नहीं कर पाए. इस सबके लिए प्रशासन जिम्मेदार है. उन जिम्मेदारों को गिरफ्तार करना चाहिए और कार्रवाई करना चाहिए.
चुनाव आयोग पर आरोप
दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने कल वोटिंग की समीक्षा की थी. समीक्षा में हम सभी सीटों में पीछे नहीं हैं. प्रलोभन देने के बाद भी जनता प्रभावित नहीं हुई. हमने चुनाव आयोग को संवेदनशील बूथों की सूची सौंपी थी. विशेषकर सुमावली, मेहगांव की जानकारी उसमें दी गयी थी. लेकिन साज़िश के तहत उपद्रवियों ने महिलाओं को वोट नहीं डालने दिया. मुझे दुख है कि चुनाव आयोग ने इस सूचना पर एक्शन नहीं लिया. रीपोलिंग की मांग भी की थी. हमारी शिकायत पर ध्यान देते तो यह घटना नहीं होती. केंद्रीय चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक इस पर नियंत्रण नहीं कर पाए. इस सबके लिए प्रशासन जिम्मेदार है. उन जिम्मेदारों को गिरफ्तार करना चाहिए और कार्रवाई करना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में कहा, मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि कांग्रेस 28 सीटें जीतेगी. दिग्विजय सिंह ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा पर कटाक्ष किया कि वो कृषि स्नातक हैं.इसलिए उनसे कैलकुलेशन में गलती हो जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि मोहन भागवत का भोपाल और इंदौर में कुछ वर्षों में ज्यादा आना जाना हो रहा है. संघ चाल चरित्र चेहरा की बात करता है. संघ की एक पीढ़ी चली गई. उन्होंने भागवत जी से अनुरोध किया है कि अपने प्रचारक पर ध्यान दें.
मसूद पर दिया बयान
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के ठिकानों पर बुलडोजर चलाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा बीजेपी शक्ल देख कर काम करती है. स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने कितनी सरकारी जमीन पर कब्जा किया उसकी जांच की जाना चाहिए. जिन मंत्रियों ने अतिक्रमण किया उन पर कार्रवाई की क्या. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिर्फ विकास हो रहा है तो नेताओं का और उनसे जुड़े अधिकारियों का.