लखनऊ। उन्नाव जिले में दो किशोरियों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रवक्ता एवं विधान पार्षद सुनील साजन ने कहा ‘‘यूपी में महिलायें सुरक्षित नहीं है जबकि महिलाओं के प्रति जुल्म ज्यादती को लेकर पुलिस मूक दर्शक बनी हुयी है।
उन्नाव की घटना को पुलिस दबाने का प्रयास कर रही है। उनकी मांग है कि मृतक किशोरियों को पोस्टमार्टम एक पैनल गठित कर कराया जाये और मामले की जांच के लिये विशेष कमेटी का गठन हो। उन्नाव की पूर्व सांसद और सपा नेता अनु टंडन ने कानपुर के रीजेंसी अस्पताल पहुंच कर तीसरी किशोरी के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की। उन्होने आरोप लगाया कि योगी सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बाढ आ चुकी है।
कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुये कहा कि मामले की जांच बगैर विलंब के होनी चाहिये और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। उन्होने कहा कि सरकार झूठ और धोखाधड़ी की बदौलत जनता को गुमराह करने की कोशिश में अभी भी जुटी हुयी है। उन्नाव की घटना शर्मनाक है जो दर्शाती है कि अपराधियों का खौफ मौजूदा सरकार को लेकर खत्म हो चुका है।
भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा कि उन्नाव में हुयी घटना में दो किशोरियों की मौत हो चुकी है और तीसरी एवं घटना की एकमात्र चश्मदीद किशोरी का इलाज चल रहा है। उसे मपूरी सुरक्षा व्यवस्था दिये जाने की जरूरत है ताकि घटना की सच्चाई से पर्दा हट सके। किशोरी को एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली भेजा जाना चाहिये। सारा देश जानता है कि योगी सरकार अपराधियों को सरंक्षण देती आयी है।
गौरतलब है कि बुधवार को तीन दलित किशोरियां खेत गयी थी। देर शाम तक उनके नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश की और एक खेत से तीनो को बंधक की हालत में पाया। इनमें से दो को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया जबकि तीसरी का इलाज किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार मृतक किशोरियों के शरीर में फिलहाल जख्मों का कोई निशान नही मिला है। हालांकि उनके जहर खाने की आशंका व्यक्त की गयी है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही मृत्यु के सही कारणों का पता वल सकेगा।