उत्तराखंड में कोटद्वार में एक बस के खाई में गिरने से 48 लोगों की मौत हो गई है। अमर उजाला से बातचीत में राज्य के एडिशनल डीजीपी अशोक कुमार ने 48 लोगों की मौत की पुष्टि की है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाया गया। 12 घायलों को धुमाकोट से रामनगर रेफर किया गया है और एक घायल को उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने फोन पर दुर्घटना की जानकारी ली है।
शाम करीब पौने पांच बजे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी घटनास्थल पर पहुंच गए। वह हेलीकॉप्टर से मरचूलासैंण रामनगर पहुंचे थे। जहां से वह सड़क मार्ग से धुमाकोट पहुंचे। उन्होंने घटना पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों ढांढस बंधाया। उसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, मंत्री धन सिंह रावत सहित रामनगर में घायलों को देखने पहुंचे। जिसके बाद वह हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में घायलों से मिलने के लिए गए और बेहतर इलाज के निर्देश दिए ।
पौड़ी जिले के धुमाकोट तहसील क्षेत्र में रविवार सुबह भौन पीपली मोटर मार्ग पर 61 सवारियों से खचाखच भरी 30 सीटर बस के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार 48 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 13 लोग घायल हुए, जिनमें से 12 को रामनगर समेत हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया है। तीन घायलों को एयरलिफ्ट कर जौलीग्रांट भर्ती किया गया है।
मरने वालों में 16 महिलाएं, 22 पुरुष और 10 छोटे बच्चे शामिल हैं। हादसे की खबर लगते ही क्षेत्र में कोहराम मच गया। हर कोई घटनास्थल की ओर दौड़ने लगा। घटनास्थल पर ह्दय विदारक दृश्य देखकर हर कोई रो पड़ा। सूचना मिलते ही धुमाकोट, रामनगर, नैनीताल और पौड़ी से पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिला प्रशासन की ओर से घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा जा रहा है।