उज्जैन। इंदौर शहर को स्वच्छता में दो बार नंबर वन बनाने वाले मनीष सिंह को उज्जैन कलेक्टर के पद से हटा दिया गया है। इन्हें शनैश्चरी अमावस्या के दिन शिप्रा नदी में श्रद्धालुओं के लिए पानी का इंतजाम ना करने का दोषी पाया गया है। इनके साथ कमिश्नर एमबी ओझा को भी हटाया गया है। इनके स्थान पर शशांक मिश्रा को उज्जैन कलेक्टर बनाया गया है और अजीत कुमार कमिश्नर बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि शनैश्चरी अमावस्या को शिप्रा नदी में कीचड़ से भरे पानी में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान के मुद्दे पर यह कार्रवाई की गई है। मनीष सिंह को मंत्रालय में उप सचिव और एमबी ओझा को मंत्रालय में सचिव बनाया गया है।
शनैश्चरी अमावस्या पर नहान के लिए नर्मदा का पानी उज्जैन नहीं आने से मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार की किरकिरी हुई थी। शिप्रा नदी में डुबकी लगाने आए लोगों को डबरी में समाए खान के गंदे पानी में स्नान करना पड़ा था।
खान के पानी को मोटरपंप की मदद से खींचकर लोगों को फव्वारे से स्नान कराने की वैकल्पिक व्यवस्था भी ठप हो गई थी। इससे श्रद्धालु काफी नाराज हुए थे। श्रद्धालुओं को स्नान में आई बाधा की घटना को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मुख्य सचिव को मामले की जांच कर तुरंत रिपोर्ट देने को कहा था।