इटली के जिनोवा शहर में पुल का एक हिस्सा गिरने से अबतक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली के प्रधानमंत्री गिउसेपे कोन्टे ने इसे आपातकाल की स्थिति घोषित कर दिया है। वहीं 12 महीने के लिए आपातकाल घोषित कर दिया गया है। वहीं इटली के परिवहन मंत्री डेनिलो टोनिनेली ने इस घटना को बड़ी त्रासदी करार दिया है। बताया जा रहा है कि पुल गिरने की यह घटना बारिश के दौरान हुई है। बताया जा रहा है कि जब पुल गिरा, तब उस पर 8 या 9 वाहन थे। राहत और बचाव कार्य जारी है और यह कोशिश की जा रही है कि मलबे के नीचे दबे लोगों को जिंदा निकाला जा सके, जिसकी संभावना अब बेहद कम है।
इटली की मीडिया के मुताबिक, इस घटना में मोरांदी ब्रिज का करीब 200 मीटर का हिस्सा गिरा है। यह पुल टोल हाईवे का हिस्सा है। बताया जा रहा है पुल का ज्यादातर हिस्सा रेल ट्रैक पर गिरा, मलबे के साथ कार और ट्रक भी गिरे। जेनोवा इटली के उत्तरपश्चिमी हिस्से में समुद्र और पहाड़ के बीच स्थित है। जेनोवो में पुल गिरने के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने ट्विटर पर कहा कि इस त्रासदी में फ्रांस इटली के साथ है और उसे सभी जरूरी मदद देने के लिए तैयार है।
पुल गिरने की जांच शुरू हो गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि इसकी वजह पुल के रखरखाव में खामी हो सकता है। इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी के पास है। यह कंपनी देश के ज्यादातर पुलों के रखरखाव का काम देखती है। बता दें कि जिनोवा शहर में हजारों लोग पुल गिरने से प्रभावित हुए हैं। वहीं राहत और बचाव कार्य में लगभग 1000 लोग जुटे हुए हैं।