इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना पाॅजिटिव मरीज को लेने पहुंचे देपालपुर तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह और पटवारी प्रदीप चौहान के साथ मरीज व उसके बेटे द्वारा मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। ज्ञात हो कि तहसीलदार सिंह 2 मई को प्रशासन ने बेवजह घूम रहे लोगों को पकड़ा और उन्हें मेंढक बनाकर बाजार में घुमाया। इस दौरान एक युवक ठीक से मेंढक नहीं बन पाया तो तहसीलदार सिंह ने उसे पीछे से जमकर लात मार दी थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
पुलिस को प्राप्त शिकायत के अनुसार घटना का विवरण इस प्रकार है- कोरोना पाॅजिटिव मरीज गब्बू पिता भगवान (52) को कोविड सेंटर में भर्ती करवाने के लिए बुधवार शाम को तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह, पटवारी प्रदीप चौहान टीम के साथ लेने पहुंचे थे। गब्बू तीन दिन पहले पाॅजिटिव आया था। टीम ने उसे चलने के लिए कहा तो गब्बू पहले तो ठीक होेने की बात कहने लगा और जब कहा कि तीन दिन में तुम ठीक कैसे हो गए तो वह भागने लगा। उसे रोका तो पीछे से उसका बेटा अर्जुन (25) आया और तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह पर मुक्के-चांटे मारना शुरू कर दिए।
पटवारी प्रदीप चौहान ने बचाने का प्रयास किया तो गब्बू भी दौड़कर आया दोनों ने तहसीलदार-पटवारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। उनके चेहरे व सिर में लगी तो गिरने से पटवारी के हाथ में चोट आई है। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी। TI मीना कर्नावत ने बताया दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 353, 294, 506 व महामारी एक्ट में भी प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने टीम भेजी है। SDM रवि कुमार सिंह व तहसीलदार सिंह ने बताया आरोपियों पर FIR करवाई है।
आरोपी अर्जुन के भाई नंदबिहारी चौहान ने बताया कि पापा व भाभी कविता तीन-चार दिन पहले पाॅजिटिव आए थे। बुधवार को देपालपुर में निजी अस्पताल में जांच करवाई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। यही रिपोर्ट मोबाइल में दिखा रहे थे तो तहसीलदार ने अपशब्द कहें, रोका तो पापा को चांटा मार दिया। फिर विवाद बढ़ता गया। बताया कि तहसीलदार पूरे इलाके में पुलिस टीम को साथ लेकर घूमते हैं और लोगों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। एक वीडियो वायरल भी हो चुका है।