इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के शहरी हिस्से के बाद ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना अपने पैर पसार चुका है, यही वजह है कि जिला प्रशासन आगामी दिनों में चिन्हित गांवों में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू का पालन कराएगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने आज संवाददाताओं को बताया कि जिले की सीमा में 900 से ज्यादा गांव शामिल है। इन गांवों को तीन अलग-अलग यानी रेड, येलो और ग्रीन श्रेणी में विभाजित किया गया है।
रेड श्रेणी में उन 93 गांवों को चिन्हित किया गया है, जिसमे तीन या तीन से अधिक कोरोना संक्रमित उपचारत है। इन रेड श्रेणी वाले गांवों में कोरोना कर्फ्यू का पालन सख्ती से कराया जाएगा। ऐसे सभी गांव सीधे अपर कलेक्टर की निगरानी में रहेंगे। सिंह के अनुसार तीन से कम संक्रमित वाले गांव को यलो श्रेणी में रखा गया है।
इसके अलावा जिन गांव में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं है, उन गांवों को ग्रीन श्रेणी में रखा गया है। कलेक्टर ने कहा कि आगामी एक जून के पहले ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना कंट्रोल हमारा लक्ष्य हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इंदौर जिले में वर्तमान में 9432 एक्टिव केस है। इनमे से एक हजार से ज्यादा एक्टिव केस ग्रामीण क्षेत्रों के होने का अनुमान है। जिले में अब तक कुल डेढ़ लाख के लगभग संक्रमित सामने आ चुके हैं।