इंदौर। इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा संचालित एम.वाय. अस्पताल में वर्तमान शव गृह (मोर्च्यूरी) का उन्नयन कर प्रदेश की सबसे बड़ी सर्व सुविधायुक्त शव गृह (मोर्च्यूरी) का निर्माण किया जायेगा। इसका निर्माण कार्य दो चरणों में होगा।
पहले चरण का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा। इस कार्य में एक करोड़ रूपये से अधिक की राशि खर्च होगी। नई मर्च्युरी में 40 शव एक साथ रखे जा सकेंगे।
इस संबंध में आज यहां वर्चुअल बैठक संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा ली गई। इस बैठक में सांसद शंकर लालवानी, अपर आयुक्त रजनी सिंह, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, अधीक्षक डॉ. पी.एस. ठाकुर, उपायुक्त राजस्व सपना सोलंकी आदि उपस्थित थे। बैठक में एम.वाय. अस्पताल में बनने वाले शव गृह (मोर्च्यूरी) के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि इसका निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जाये। प्रथम चरण का निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ आगामी 26 जनवरी के पहले पुरा कर लिया जाये।
बताया गया कि एम.वाय. अस्पताल में वर्तमान शव गृह (मोर्च्यूरी) का उन्नयन कर सर्व सुविधायुक्त शव गृह (मोर्च्यूरी) का निर्माण करने के लिये मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड को निर्माण एजेंसी बनाया गया है।
एम.वाय. अस्पताल में प्रदेश की सबसे बड़ी बनने वाली शव गृह (मोर्च्यूरी) में शवों को सुरक्षित रखने, पोस्टमार्टम करने आदि का विस्तार होगा। शव गृह (मोर्च्यूरी) में दो भाग रहेंगे। एक में 16 तथा दूसरे में 24 शव रखने की सुरक्षित व्यवस्था होगी। इस तरह कुल 40 शव एक साथ रखे जा सकेंगे। इसी तरह पोस्टमार्टम करने की सुविधा भी बढ़ाई जा रही हैं।
सुविधा का विस्तार होने के बाद अधिकतम एक साथ दस पोस्टमार्टम किये जा सकेंगे। साथ ही मृतकों के परिजनों के बैठने के लिये प्रतिक्षालय बनाया जायेगा। इसमें शौचालय, पेयजल तथा बैठने की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। पार्किंग भी बनाया जायेगा। इसमें पुलिस की कार्यवाही के लिये भी पृथक से कक्ष रहेगा।
यह शव गृह (मोर्च्यूरी) मॉडल के रूप में विकसित होगी। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इससे शव गृह (मोर्च्यूरी) का विस्तार होगा। इससे मृतकों के परिजनों को सुविधा होगी