इंदौर.  प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित शहर इंदौर को 1 जून से अनलॉक (Unlock)  किया जाना है. सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj) पिछले दिनों यहां हुई समीक्षा बैठक में ये कह गए थे. कोरोना की दूसरी और भयावह लहर के बाद शहर को खोलना चुनौती से कम नहीं. प्रशासन और नगर निगम ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सबसे पहले फल और मंडियों को सेनेटाइज किया जा रहा है.

इंदौर को कोरोना से मुक्त कराने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. पिछले 10 दिन से सख्त लॉकडाउन के बाद धीरे धीरे शहर को खोलने की कवायद शुरू हुई है. 1 जून से शहर को खोला जाना है. लेकिन प्रशासन किसी तरह की कोई रिस्क नहीं लेना चाहता. यही वजह है कि पूरे शहर को सेनेटाइज किया जा रहा है. इसकी शुरुआत आम लोगों से जुड़ी फल और सब्जियों से की गयी है.

गाड़ियों का बेड़ा

22 वाहनों के साथ चोइथराम मंडी और 25 वाहनों से एक साथ निरंजनपुर और राजकुमार मंडी में सेनिटाइजेशन किया गया. कलेक्टर ने मनीष सिंह ने कहा उन क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान देंगे जहां बड़ी मात्रा में लोगों का आना जाना होता है. वहां से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका रहती है. कोविड-19 की रोकथाम के लिए आज निरंजनपुर सब्जी मंडी को 15 गाड़ियों के जरिए सेनेटाइज किया गया. इस बेड़े में 360 डिग्री सेनिटाइज करने वाले 5 ट्रैक्टर, 5 बड़ी प्रेशर मशीन, 5 प्रेशर जेट टैंकर शामिल हैं.

सब्जी मंडियों में छिड़काव

उसके बाद कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कलेक्टर मनीष सिंह और निगम आयुक्त प्रतिभा पाल राजकुमार सब्जी और फल मंडी पहुंचे. राजकुमार मंडी को सैनेटाइज करने में 10 गाड़ियां लगायी गयीं. चोइथराम सब्जी मंडी क्षेत्र में  22 वाहन लगाने पड़े. इनमें 360 डिग्री का सैनिटाइजेशन करने वाले 10 ट्रैक्टर, 6 बड़ी प्रेशर मशीन, दो जेट प्रेशर मशीन 4 जेट टैंकर शामिल किये गए. देश का सबसे स्वच्छ शहर में कोरोना संक्रमण भी सबसे ज़्यादा था.

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