जकार्ता: इंडोनेशिया में लोंबोक द्वीप पर रविवार को आए 7.0 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 91 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इंडोनेशिया की राष्ट्रीय आपदा निवारण एजेंसी ने सोमवार को कहा कि भूकंप में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है। एजेंसी के अनुसार, ज्यादातर मौत मलबा गिरने की वजह से हुई। भूकंप में सैंकड़ों घायल हो गए और हजारों घर क्षतिग्रस्त हो गए।
मृतकों की संख्या में हो सकता है इजाफा
एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुगरोहो ने बताया कि भूकंप के कारण लोगों में काफी दहशत फैल गई और लोग घरों तथा इमारतों से निकलकर बाहर भागने लगे। रात भर बिजली कटी रहने के कारण राहत तथा बचाव कार्याें में काफी दिक्कतें आई जिसकी वजह से राहतकर्मियों को घटना वाले क्षेत्रों में जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है।
एजेंसी ने दी थी भूकंप के बाद सूनामी की चेतावनी
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार लोंबोक में भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। स्थानीय मीडिया के अनुसार लोंबोक के ज्यादातर क्षेत्रों में भूकंप के बाद बिजली गुल हो गई थी। लोंबोक और उसके पड़ोसी द्वीप बाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की इमारत को भी भूकंप के मामूली क्षति पहुंची लेकिन उड़ानों सेवाओं का परिचालन जारी रहा। एजेंसी ने भूकंप के बाद सूनामी की चेतावनी जारी की थी और लोगों से समुद्र से दूर रहने की अपील की था लेकिन सुनामी को चेतावनी को बाद में वापस ले लिया गया।