ग्वालियर। आयोध्य नगरी फूलबाग मैदान ग्वालियर में सकल जैन समाज ग्वालियर द्वारा मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज एवं मुनि श्री विजयेश सागर महाराज एवं क्षुल्लक श्री विशोत्तर सागर महाराज एवं प्रतिष्ठाचार्य अजित कुमार शास्त्री एवं सह प्रतिष्ठाचार्य चन्द्रप्रकाश जैन के सानिध्य में श्रीमद जिनबिंब पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव विश्व शांति महायज्ञ एवं गजरथ महोत्सव 15 मार्च से 20 मार्च तक होगा। इस पंचकल्याण महोत्सव में विश्व में फैले कोरोना वायरस से निजात दिलाने जडी बूटी के साथ यज्ञ हवन भी किया जायेगा।
उक्त जानकारी शनिवार को पत्रकारों को देते हुए मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने बताया कि विश्व एवं देश में कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए संतों द्वारा भी यत्न शुरू किये जा रहे हैं। इसी कडी में फूलबाग मैदान ग्वालियर में भव्य पंचकल्याण महोत्सव १५ मार्च रविवार से शुरू होगा। इस पंचकल्याण महोत्सव के लिए रविवार को कलश घटयात्रा निकलेगी। सकल जैन समाज ग्वालियर के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज के सानिध्य में रविवार 15 मार्च को प्रात: सात बजे से नई सडक़ स्थित चंपाबाग धर्मशाला से मंगल कलश घटयात्रा निकाली जायेगी। घटयात्रा में हाथी, 20 बग्गियों में इंद्र – इंद्राणियां सवार रहेंगे। साथ ही तीन घोडे, डीजे, उदयपुर बैंड, मराठी महिला बैंड, ढोल ताशे, डांडिया, तीन रथों में भगवान महावीर स्वामी , पाश्र्वनाथ और आदिनाथ की प्रतिमाएं विराजित होकर चलेंगी। यह कलश घटयात्रा नई सडक़ से शुरू होकर , गश्त का ताजिया, राममंदिर, फालका बाजार, शिंदे की छावनी से होती हुई आयोध्य नगरी फूलबाग मैदान पहुंचेगी। जहां ध्वज रोहण एवं यज्ञ मंडल विधान एवं रात्रि में गर्भ कल्याण होगा। उन्होंने बताया कि कलश घटयात्रा का रास्ते में अनेकों स्थानों पर स्वागत किया जायेगा। इस अवसर पर मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने बताया कि जब जब विश्व में बडी घटनाएं घटती हैं तो संतों द्वारा उसका निदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि जैन समाज के संस्कार में कोरोना जैसे वायरस से बचने की विधि है।
मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने बताया कि यज्ञ में लगभग सात सौ वेदियां बनाई जायेंगी जहां लोग जडी बूंटी के साथ आहुति देंगे इससे निकलने वाला धुंआ वातावरण में फैलकर कोरोना जैसे वायरस का निदान करेगा। उन्होंने बताया कि संतों की साधना और सदभावना से ही इस प्रकार की महामारी को रोका जा सकता है। उल्लेखनीय है कि पंचकल्याण महोत्सव में 15 मार्च को कलश घटयात्रा , जैन ध्वजरोहण व रात्रि में गर्भकल्याणक , 16 मार्च को गर्भकल्याणक होगा, 17 मार्च को जन्म कल्याणक एवं ऐरावत हाथी पर सुमेरू पर्वत पर 1008 कलशों से जन्मभिषेक पाडक़ शिला पर एवं सायंकाल भगवान का पालन झुलाने के कार्यक्रम होंगे। 18 मार्च को दीक्षा कल्याणक पर भगवान का वैराग्य व दीक्षा संस्कार होगा। 19 मार्च को ज्ञान कल्याणक एवं 20 मार्च को मोक्ष कल्याणक के उपरांत विश्व शांति महायज्ञ एवं गजरथ यात्रा व नवनिर्मित मंदिर की वेदी पर भगवान जिनेन्द्र की प्रतिमा को विराजित किया जायेगा। पंचकल्याण महोत्सव में देश के विभिन्न प्रांतों से भी जैन समाज के लोगों के आने की संभावना है। पत्रकार वार्ता में पंचकल्याण महोत्सव के अध्यक्ष महेश जैन गुरू, महामंत्री पवन जैन, मुख्य संयोजक बालचन्द्र जैन आदि मौजूद थे।
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