भोपाल। एक लड़की का आईएएस बनने का सपना टूटा और अब उसकी शादी भी टूटने की कगार पर है। सपने को पूरा करने वह शादी करना नहीं चाहती थी, लेकिन घरवालों ने शादी तय कर दी। ससुराल वालों ने लड़की के सपने को साकार करने में साथ देने का वादा तो कर लिया, लेकिन शादी के बाद निभा नहीं पाए। जब लड़की आईएएस बनने के लिए घर से मुख्य परीक्षा देने निकली तो ससुराल वाले और पति ने उसे घर में घुसने नहीं दिया।
जीवनसाथी डॉट कॉम से आया रिश्ता
अशोका गार्डन निवासी निशा अग्रवाल (काल्पनिक नाम) वर्तमान में पीएचई में इंजीनियर हैं। बैतूल की किसान परिवार की बेटी निशा के परिवार ने जीवनसाथी डॉट कॉम से रिश्ता तय किया। उनकी शादी मार्च 2015 में बैंक ऑफ बड़ौदा में पदस्थ मैनेजर बृजेंद्र गोंडे से हुई। उस समय सुसराल वालों ने निशा से कहा था कि जितना पढ़ना होगा, पढ़ सकती हो। इसके बाद निशा ने पीएससी प्रारंभिक परीक्षा दी, जिसमें वह सफल रही।
इसके बाद उसकी मुख्य परीक्षा 14 मार्च 2016 को होने वाली थी। इसके लिए वह मेहनत कर रही थी, लेकिन ससुराल में उसकी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी, जिससे वह मायके चली गई। पेपर देने के बाद पति के घर पहुंची तो उसने रखने से मना कर दिया। निशा को मानसिक परेशानी हुई और वह मुख्य परीक्षा भी नहीं निकाल पाई।
पिता के गुजरने के बाद काफी परेशान
निशा ने बताया कि पति और ससुराल वालों ने पिता को तनाव दिया, जिससे उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई। इसके बाद निशा ने दोबारा परीक्षा दी, लेकिन क्लियर नहीं हुआ। इसके बाद उसने परीक्षा देना बंद कर दिया। परामर्श केंद्र में उसने काउंसिलिंग में बताया कि वह पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन पति का कहना है अब मैं उसके साथ नहीं रहना चाहता हूं। तीन बार काउंसिलिंग हुई पर समझौता नहीं हो सका।
समझौता नहीं हुआ
मेरे मीडिएशन चैम्बर में यह मामला आया और लड़के की चार बार काउंसिलिंग भी कराई, लेकिन वह निशा को रखने के लिए राजी नहीं हो रहा है।
सुनील नेमा, काउंसलर व सीनियर वकील