बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिला मुख्यालय पर एसडीएम ने शासकीय चिकित्सक द्वारा अवैध रूप से संचालित कोविड-19 पॉजिटिव मरीज का उपचार करने के मामले में उसका क्लीनिक (अस्पताल) सील कर दिया है। बड़वानी के एसडीएम घनश्याम धनगर ने आज बताया कि यहाँ प्राप्त एक सूचना पर जिला चिकित्सालय में कार्यरत डॉ मुकेश चौहान द्वारा आशाग्राम रोड पर अवैध रूप से संचालित किए जा रहे ओमसाईं राम डे केयर हॉस्पिटल पर कल दबिश दी गई। जहाँ चिकित्सक को अवैध रूप से कोविड-19 संक्रमित मरीजों इलाज करते पाया गया। इसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया।  

उन्होंने कहा कि शासकीय चिकित्सक डॉ मुकेश चौहान 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए थे और उन्होंने होम क्वारंटाइन होने की सूचना देकर अपने कर्तव्यस्थल पर आना बंद कर दिया था। इसके बावजूद वह 25 अप्रैल से घर पर स्थित क्लीनिक और किराये पर लिये गये चिकित्सालय में मरीजों का इलाज करते रहे। एसडीएम ने बताया कि डॉ मुकेश चौहान ने कथन दिया है कि वह संक्रमित पाए जाने के बाद से इस अस्पताल में कोविड-19 को भर्ती कर इलाज कर रहे हैं।

  उन्होंने बताया कि वहां कुछ स्टाफ नर्स भी पाई गई। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल को सील कर आठ संक्रमित मरीजों को शासकीय कोविड-19 सेंटर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल के अलावा मेडिकल स्टोर भी अवैध रूप से संचालित होते पाया गया। उन्होंने समस्त मरीजों का रिकॉर्ड जब्त कर जिला कलेक्टर को जांच प्रतिवेदन देने की बात कही है। जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि वह जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगामी कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

  उन्होंने कहा इसमें पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जाना भी शामिल है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के 10 चिकित्सक संक्रमित हैं और चार बिना सूचना दिए गायब हो गए थे, जिन्हें नोटिस देकर बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने पर एसडीएम द्वारा दबिश दी गई। बड़वानी की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनीता सिंगारे ने कहा कि वह भी अपना जांच प्रतिवेदन जिला कलेक्टर को प्रेषित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि डॉ मुकेश चौहान द्वारा अस्पताल या नर्सिंग होम का पंजीकरण नहीं कराया गया है, न ही उन्होंने इसके संचालन की अनुमति ली थी।   

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