नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली में मदर डेयरी व अमूल का दूध सरकारी मानकों पर खरा नहीं उतर पाया। दिल्ली सरकार की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि इस दूध में पानी की मिलावट की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जानकारी दी।
21 सैंपल जांच में फेल
मंत्री ने बताया कि अप्रैल में शहर के अलग अलग इलाकों से दूध के जो 177 सैंपल उठाए गए थे, उनमें से 165 की रिपोर्ट आ गई है और 21 सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें खुले दूध के अलावा मदर डेयरी, अमूल के पैकेट भी हैं। दूध हालांकि नकली या सिंथेटिक नहीं था लेकिन दूध में पानी या मिल्क पाउडर मिलाने की बात कही गई है।
घी में भी मिलावट
दूध के अलावा एक घी का सैंपल भी टीम ने उठाया है। रिपोर्ट में साफ है कि इसमें भी मिलावट हुई है। इसकी अंतिम जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। यह सैंपल खुले बाजार की एक दुकान से उठाया गया था। मंत्री ने बताया कि इस रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए दूध से बने सभी उत्पादों जैसे खोया और पनीर जैसे दुग्ध उत्पादों की भी जांच की जाएगी।
होगी कड़ी कार्रवाई
मंत्री ने कहा कि किसी भी नमूनों में मिलावट मिलेगी है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली सरकार को इन मामलों में केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। मिलावट के मामले में कोर्ट में दोषियों को पेश करके पेनल्टी लगाई जाएगी। 5 हजार से 5 लाख तक की जुर्माने का प्रावधान है।