इंदौर । अब आपको अपने घर खुदवाए गए निजी ट्यूबवेल से पानी खर्च करने का भी हिसाब देना होगा। इसके लिए हर ट्यूबवेल पर मीटर लगाए जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि शहर के कई घरेलू उपयोग के ट्यूबवेलों का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है, जिससे भूमिगत जल का अंधाधुंध दोहन हो रहा है।
ग्वालियर से आए महालेखागार (एजी) के दल की जांच में भी यह बात सामने आई है। इसके बाद ही एजी ने जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपते हुए निगरानी के निर्देश दिए हैं। एजी ने अपनी रिपोर्ट में जिला प्रशासन को सुझाव दिया है कि पानी का उपयोग किफायत से हो इसलिए हर ट्यूबवेल पर मीटर लगाना अनिवार्य किया जाए। टीम ने 10 दिनों तक शहर के जोन में भ्रमण कर ट्यूबवेलों की जांच की है। इसमें से 58 ट्यूबवेल को रेंडम के आधार पर सैंपल के तौर पर लिया था।
पांच जून को देंगे रिपोर्ट
जांच टीम ने अब तक जितने भी बोरिगों की जांच की हैं, उनमें जो भी गड़बड़ियां मिली हैं उन पर विचार किया जा रहा है। इन सभी मुद्दों की एक रिपोर्ट एजी तैयार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट 5 जून को कलेक्टर को सौंपेंगे।