दतिया। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान के अलावा देश के महानगरों में अबैध हथियारों की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को दतिया जिले की पुलिस ने पकडा है। इन अबैध हथियारों के कारोबारियों ने हथियारों की मांग बढने के कारण गांव में अबैध फैक्टरªी भी लगा रखी थी। पुलिस ने अबैध फैक्ट्ररी से 9 बने हुए कट्टे, 22 जिन्दा कारतूस, हथियार बनाने का सामान तथा 10 लाख 99 हजार रुपए नगदी बरामद किए है।
दतिया के एडीशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि दतिया जिले के थरेट थाना क्षेत्र के ग्राम कुदारी में एक घर में अबैध हथियार बनाने की फैक्ट्ररी लंबे समय से संचालित की जा रही है। जहां भारी मात्रा में अबैध हथियार तैयार कर मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान के अलावा देश के महानगरों में सप्लाई किए जाते है। इस फैक्ट्ररी का संचालन थरेट निवासी विनोद गुप्ता अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले 10 साल से कर रहा है। पुलिस ने कल अबैध हथियारों की फैक्ट्ररी पर छापा मारकर भिण्ड जिले के आलमपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गेंथरी निवासी शंकर जाटव, विनोद गुप्ता, जगराम पटवा को मौके से पकड लिया जबकि इनके दो साथी प्रमोद गुप्ता व चेतराम पटवा फरार हो गए।
अबैध हथियारों की फैक्ट्ररी चलाने वाले विनोद गुप्ता ने पकडे जाने पर पुलिस को बताया कि वह पिछले 10 साल से इस अबैध हथियारों की फैक्ट्ररी का संचालन कर रहा था। पहले वह उत्तरप्रदेश के अलीगढ से अबैध हथियार खरीदकर लाता और यहां सप्लाई करता था। जब हथियारों की मांग बढ गई तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फैक्ट्ररी लगा ली। उसने फैक्ट्ररी में निर्माण कर एक हजार से अधिक अबैध हथियार बेचे है। विनोद गुप्ता ने बताया एक कट्टा वैसे तो दो हजार रुपए में बिकता है लेकिन चुनाव के दौरान अबैध हथियारों की जब मांग बढ जाती है तो यही कट्टा 5 हजार रुपए में बिकता है। इस फैक्ट्ररी में कट्टा, 315 बोर व 12 बोर की बंदूक का भी निर्माण किया जाता था। बंदूक का निर्माण वह ऑर्डर देने पर करवाता था।