ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड, मुरैना, श्योपुर सेंधवा, खण्डवा, खरगोन, श्योपुर, भोपाल, इन्दौर और उत्तरप्रदेश के इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, जालौन, आगरा जैसे शहरों में अबैध हथियारों की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को भिण्ड जिले की गोहद चौराहा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकडे गए बदमाश एक भिण्ड जिले के मानहड का है जबकि 2 श्योपुर जिले के है। पुलिस ने इन बदमाशों के पास से 7 पिस्टल, 340 जिन्दा कारतूस, एक 315 बोर का कट्टा व तीन मोबाईल फोन जप्त किए है।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने आज बताया कि पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि भिण्ड-ग्वालियर नेशनल हाईवे क्रमांक 92 गोहद चौराहा थाना क्षेत्र के पिपाहडी हैड पर अबैध हथियारों की बडी डील होने वाली है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पिपाहडी हैड के आसपास के क्षेत्र की घेराबंदी की। जैसे ही भिण्ड जिले के गोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम मानहड निवासी दीपक भदौरिया श्योपुर निवासी मुकेश सिंह व अजय सिंह जागडे को हथियार सौंप रहा था पुलिस ने पकड लिया। पुलिस ने तीनों बदमाशों को कब्जे में लेकर उनके पास से अबैध हथियार व कारतूस जप्त किए।
पुलिस अधीक्षक भसीन ने बताया कि पकडे गए बदमाशों ने अपने साथियों के भी नाम बताए हैं जिनमें विनय सिंह भदौरिया, वीरसिंह, लिली सिंह, इली सिंह, देव भदौरिया है ये भी अबैध हथियारों के बडे कारोबारी है। इन तस्करों को भी पकडने के लिए पुलिस की एक टीम लगाई गई है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भिण्ड जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में एक वर्ष में 297 प्रकरण दर्ज किए गए है। 10 रायफल बरामद की गई है 315 बोर की। 6 बंदूकें पकडी गई 12 बोर की। 21 पिस्टल 32 बोर की। 390 कट्टे पकडे गए। 1444 जिन्दा कारतूस जप्त किए गए।
पकडा गया अबैध हथियारों के तस्कर दीपक भदौरिया ने बताया कि अभी अबैध हथियारों की मांग ज्यादा नहीं है। जब विधानसभा, सरपंच के चुनाव आते है तब हथियारों व कारतूसों की मांग बहुत ही ज्यादा बढ जाती हैं। लायसेंसी हथियार थाने में जमा हो जाने के कारण उन्हें अबैध हथियारों की जरुरत पडती है तब बाहर से भारी मात्रा में अबैध हथियार मंगाने पकडे हैं। भिण्ड जिले में तो अबैध हथियारों की मांग रहती ही है आसपास के महानगरों में भी लोग हथियार खरीदते है। जिन लोगों के पास लायसेंसी हथियार है वो बारदात में उनका नहीं बल्कि अबैध हथियारों का ही उपयोग करते है। लायसेंसी हथियार उपयोग के लिए नहीं बल्कि रुतबे में इस्तेमाल किए जाते है।