लखनऊ । उत्तर प्रदेश खासकर पश्चिम के अधिसंख्य स्थानों पर रविवार शाम तेज रफ्तार आंधी और बारिश ने जमकर तबाही मचाई और खेत खलिहान पर खड़ी पड़ी फसल को व्यापक नुकसान हुआ। शामली,फर्रूखाबाद,औरेया,इटावा,बागपत,रामपुर और कानपुर समेत कई इलाकों में गेहूं की कटाई का काम चरम पर है। इसी बीच आसमान में बादलों का जमावड़ा लगता देख किसान अनहोनी की आशंका से ग्रसित हो गये। देखते ही देखते तेज आंधी ने उनकी फसल को तिनके के माफिक धूल के गुबार में तब्दील कर दिया। बाद में रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी। कुछ एक स्थानों पर ओलावृष्टि की भी सूचना है।
इटावा में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के आला अधिकारियों से नुकसान का जायजा लेने और नुकसान के एवज में किसानो को आर्थिक मदद देने को कहा है। योगी ने बिजली गिरने से हुयी जनहानि की दशा में पीड़तिों को चार चार लाख रूपये की आर्थिक मदद देने के निर्देश दिये है। सूत्रों के अनुसार बेमौसम बरसात से सर्वाधिक नुकसान गेहूं की फसल को पहुंचा है। हालांकि कई किसानों की फसल कट चुकी थी जबकि कई की फसल कटान के बाद खेत में पड़ी थी। अधिसंख्य इलाकों में फसल से निकला भूसा आंधी के कारण हवा में बिखर गया।
आंधी पानी और ओलावृष्टि से साग सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है वहीं आम के बागवानों को व्यापक क्षति पहुंची है। फर्रूखाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अपरान्ह बाद अचानक तेज आंधी, पानी और पिपरगांव के आस-पास क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से खेतों में खड़ी फसलें कहीं-कहीं गिर गईं। मूंगफली, आम की फसलों को भी हल्का-फुल्का नुकसान हुआ। लगुबरी गांव में आंधी, पानी और ओला गिरने से गेहूं, मक्का और आम की फसलों को नुकसान होने से किसानों के चेहरे मुरझा गए। कायमगंज के तहसीलदार ने बताया कि कम्पिल,कायमगंज,नवाबगंज,शमसाबाद आदि क्षेत्रों में तेज आंधी और पानी से खेतों में खड़ी फसलों को हल्का-फुल्का नुकसान हुआ है।