भोपाल : आगामी वर्षा ऋतु में भोपाल संभाग में तेज बारिश होने के कारण ऐसे क्षेत्र जहां अक्सर बाढ़ का प्रकोप होता है, वहां लोगों की जान माल की रक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायें । शहरी इलाकों में जहां अतिवृष्टि के कारण जल भराव की स्थिति पैदा हो जाती है, उन इलाकों में नालों से अतिक्रमण हटाये जायें, उनकी साफ सफाई की जाये ताकि वर्षा का पानी बढ़ने की स्थिति में लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो । इस आशय के निर्देश संभागायुक्त श्री एस.बी.सिंह ने आज संभागीय बाढ़ नियंत्रण निगरानी समिति की बैठक में दिये । बैठक में भोपाल,विदिशा, और सीहोर जिलों के कलेक्टर, जल संसाधन विभाग के अधिकारी, पुलिस और होमगार्ड सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे

संभागायुक्त श्री सिंह ने कहा कि सभी जिला मुख्यालयों पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष 15 जून से काम करना शुरू कर दें । बाढ़ से बचाव के लिये जो उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं, उन्हें ठीक-ठाक रखवाना सुनिश्चित किया जाये ताकि जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके । इन कक्षों में तैनात कर्मियों के बारे में सभी संबंधित लोगों को जानकारी हो। सभी संबंधित अधिकारियों के पास उनके मोबाइल नंबर हों। बाढ़ नियंत्रण कक्ष में तैनात अधिकारी स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखकर तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दें।
श्री सिंह ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण अनेक बार जल भराव की शिकायतें प्राप्त होती हैं। इसलिये अभी से विशेष कार्रवाई कर नाले-नालियों की साफ-सफाई का इंतजाम सुनिश्चित कर लिया जाये। उन्होंने भोपाल नगर निगम सहित संभाग के अन्य नगरीय निकायों के अधिकारियों को इसके लिये अभी से कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।

चम्बल-बेतवा-कछार जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता श्री सुधीर खरे ने बताया कि वर्षाकाल में संभाग में स्थित सभी वृहद, मध्यम, सिंचाई योजनाओं और बांधों के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये गये हैं। इसके साथ ही डाउन स्ट्रीम क्षेत्रों में मुनादी आदि के माध्यम से आम जनता को सूचना देने की व्यवस्था भी कर दी गई है।

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