सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिला रीवा एसटीएफ टीम एवं महाराष्ट्र की नागपुर पुलिस के संयुक्त प्रयासों से अंतरराज्यीय मानव तस्कर गिरोह को पकड़ने में मध्यप्रदेश पुलिस को उल्लेखनीय सफलता मिली है।
उक्त महत्वपूर्ण खुलासा करने में पुलिस महानिरीक्षक रीवा श्री चंचल शेखर, पुलिस उपमहानिरीक्षक रीवा रेंज अविनाश शर्मा के कुशल निर्देशन में पुलिस अधीक्षक रीवा आबिद खान पुलिस अधीक्षक सतना रियाज इकबाल के मार्गदर्शन में एवं नागपुर पुलिस के सहयोग से पुलिस को उक्त अंतरराज्यीय गिरोह जिसके की तार मध्यप्रदेश एवं बिहार के छपरा तथा महाराष्ट्र नागपुर संबंध रखते हैं को पकड़ने में सफलता मिली है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 5 मार्च को रीवा के थाना मऊगंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम मिसिरगवा से शिवलाल साकेत का परिवार अपने छोटे बेटे का मुंडन कराने मां शारदा धाम मैहर आए थे जहां इनकी बेटी आशिकी साकेत उम्र 7 वर्ष की परिवारजनों से बिछड़ गई और बिछड़ जाने के पश्चात परिवारजनों से गुम बालिका का संपर्क नहीं हो सका जिसकी तलाश की गई जो नहीं मिली परिवार जनों ने थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। उक्त प्रकरण में पुलिस अधीक्षक सतना द्वारा गुमशुदा के संबंध में जानकारी हेतु 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया तथा एक टीम का गठन एसडीओपी मैहर हेमंत शर्मा के नेतृत्व में किया गया। घटना के संबंध में मैहर शहर में स्थित सीसीटीवी पुलिस कंट्रोल रूम में अपहृत बालिका एवं संदिग्ध का चेहरा स्पष्ट नजर आने पर पुलिस द्वारा संदिग्ध एव अपहृता के पंपलेट तैयार कराए गए। पुलिस अधीक्षक इकबाल द्वारा गठित टीम साइबर सेल तथा एसटीएफ द्वारा उक्त घटना का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए कइ समाचार पत्रों व सोशल मीडिया में प्रकाशन कराया गया तथा देश के विभिन्न रूट की ट्रेनों में तथा बसों में गुमशुदा एवं संदिग्ध का पोस्टर चस्पा किया गया अपहृत की गई बालिका कुमारी आशिकी साकेत रीवा जिला की रहने वाली थी एवं आरोपी भी रीवा जिले के निवासी थे और घटना का मुख्य संदेही रीवा जिले में विभिन्न संपत्ति संबंधी अपराधों चोरी एवं लूट में सलिप्त रहा है इस कारण आरोपियों को यह भय सताने लगा कि आरोपी भविष्य में पकड़े जा सकते हैं इस कारण योजनाबद्ध तरीके से बालिका को वापस रायपुर कर्चुलियान लाकर छोड़ने की योजना बनाई गई। बालिका को कहीं लावारिस छोड़ दिए जाने पर वह अपने परिवार से मिल जाएगी और पुलिस द्वारा मामले की जांच बंद कर दी जाएगी।
अपहरणकर्ताओं द्वारा बालिका को मैहर से रीवा ले जाया गया तथा रीवा से नागपुर ले जाया गया जहां बालिका के बाल वगैरा कटवा कर उसे दूसरे कपड़े पहना कर उसकी पहचान छुपाने का प्रयास किया गया इसके पश्चात रायपुर कर्चुलियान में आरोपिया रानी तिवारी ने अपने घर पर लाकर जब बालिका को रखा तब मुखबिर सूचना पर थाना रायपुर कर्चुलियान जिला रीवा की पुलिस के थाना प्रभारी शिव पूजन सिंह बिसेन एवं उनकी टीम ने अपहृत की गई बच्ची को आरोपी रानी तिवारी के घर से बरामद किया गया।
पुलिस की पूछताछ पर रानी तिवारी ने यह बताया कि उसका भतीजा राकेश तिवारी ने बालिका आशिकी साकेत को उसे सौंपा था जिसे उसके द्वारा नागपुर ले जाया गया था और नागपुर में बालिका के बाल वगैरा कटवाए गए थे। आरोपी रानी तिवारी ने पूछताछ में यह भी बताया कि उसके भतीजे राकेश तिवारी द्वारा मैहर से उक्त बच्ची को लाकर उसे दिया गया था इस आधार पर एक पुलिस टीम नागपुर रवाना होकर नागपुर पुलिस के सहयोग से आरोपी राकेश तिवारी को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है।
आरोपी राकेश तिवारी ने पूछताछ पर संपूर्ण प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया है कि इसकी बुआ रानी तिवारी नागपुर के गंगा जमुना स्थित वेश्या ग्रह से संबंध रखती है तथा कई बच्चियों की शादी पुरुष वर्ग से पैसे लेकर करवाती है तथा इसके पास छपरा से भी तीन लड़कियां आने वाली थी आशिकी साकेत को इसकी बुआ को दिए जाने की आवाज में इसे 2000 प्राप्त हुए हैं तथा बाकी पैसा बच्ची को बेचने के बाद इसे प्राप्त होता उक्त आधार पर रानी तिवारी को भी गिरफ्तार किया गया है जिसके पास से बालिका आशिकी साकेत को पहने हुए कपड़े बरामद हुए हैं आरोपी राकेश तिवारी के पास से भी घटना के दिन पहने हुए कपड़े जिन्हें कि वह सीसीटीवी में भी पहने हुए दिख रहा है बरामद हुए हैं।
आरोपियों के पास से मोबाइल भी जप्त हुए हैं जो आरोपी रानी तिवारी के मोबाइल में कई लड़कियों की शादी विवाह से संबंधित बातें तथा छपरा से लड़कियों को लाने के संबंध की बात की पुष्टि हो रही है